Smart Guard For Covid-19 रखेगा संदिग्ध मरीजों पर नजर, बाहर निकलते ही एक्टिवेट हो जाएगा डिवाइस
एक निजी कालेज में इंजीनियरिंग कर रहे तीन छात्रों ने स्मार्ट गार्ड फॉर कोविड-19 ईजाद कर इस समस्या का हल तलाशने का प्रयास किया है।
वाराणसी [मुहम्मद रईस]। हॉटस्पाट एरिया में क्वारंटाइन किए गए लोगों द्वारा लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहती है। घनी आबादी या गलियों के बीच लोगों पर बराबर निगाह रखने के लिए हर जगह सुरक्षाकर्मियों को तैनात करना मुमकिन नहीं हैै। ऐसे में अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट से इंजीनियरिंग कर रहे तीन छात्रों ने स्मार्ट गार्ड फॉर कोविड-19 ईजाद कर इस समस्या का हल तलाशने का प्रयास किया है।
यह सस्ता और छोटा डिवाइस हॉटस्पाट में क्वारंटाइन किए लोगों के घरों के सामने लगाया जा सकता है। किसी के घर से बाहर निकलते ही यह एक्टिवेट हो जाएगा। मोशन सेंसर व जीपीएस सिस्टम से लैस डिवाइस नजदीकी सुरक्षाकर्मियों तक व्यक्ति की लोकेशन के साथ तत्काल सूचना भेज देगा। निगरानी प्रक्रिया को मजबूत कर यह डिवाइस कोरोना के प्रसार को रोकने में कारगर साबित होगा।
इस तरह करता है काम
डिवाइस में मोशन काउंटिंग सेंसर कैमरे के साथ कीपैड मोबाइल फोन को अटैच किया गया है। इस डिवाइस के सेंस करने की रेंज करीब 10 मीटर है, जो किसी भी हॉस्पिटल या घर के दरवाजे पर नजर रखने के लिए पर्याप्त है। हॉस्पिटल या हॉटस्पॉट एरिया में क्वारंटाइन किए गए मरीज बिना आज्ञा जैसे ही बाहर निकलेंगे, ये डिवाइस तुरंत हॉस्पिटल कर्मी या क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मी को कॉल कर अलर्ट कर देगा। समय रहते सुरक्षाकर्मी लापरवाही करने वाले क्वारंटाइन मरीज पर उचित कार्रवाई कर सकेंगे। डिवाइस हॉटस्पाट एरिया में क्वारंटाइन किए गए मरीजों के घरों के दरवाजों के ऊपर कैमरे की तरह लगाया जा सकता है।
8500 रुपये आया खर्च
इंजीनियरिंग के छात्र धनंजय पांडेय, निखिल केशरी व मोहम्मद सैफ ने महज 8500 रुपये में इस डिवाइस को तैयार किया है। धनंजय पांडेय के मुताबिक इसे बनाने में हमने अपने कालेज में पड़ा पुराना सीसीटीवी कैमरा सहित मोशन सेंसर, की-पैड मोबाइल, जीपीएस सिस्टम, कैलकुलेटर, 5 वोल्ट रिले का इस्तेमाल कर बनाया है।
सीएम को लिखेंगे पत्र
अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के इलेक्ट्रॉनिक कम्यूनिकेशन के विभागाध्यक्ष संदीप कुमार मिश्रा के मुताबिक सम-सामायिक समस्याओं के निवारण के लिए छात्रों का यह प्रयास सराहनीय है। इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा जाएगा, ताकि छात्रों को उचित सहायता व सही मार्गदर्शन मिल सके।