स्मार्ट सिटी को दूसरे शहर से जोड़ा जाएगा, विशाखापट्टनम में थर्ड कांफ्रेंस ऑन स्मार्ट सिटी में लिया गया फैसला
100 स्मार्ट सिटी में से सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले टॉप-20 शहरों को सबसे निचले 20 शहरों को स्मार्ट बनाने में मदद करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
वाराणसी, जेएनएन।100 स्मार्ट सिटी में से सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले टॉप-20 शहरों को सबसे निचले 20 शहरों को स्मार्ट बनाने में मदद करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इन्हें सिस्टर सिटी कहा जाएगा। विशाखापट्टनम में आयोजित थर्ड कांफ्रेंस ऑन स्मार्ट सिटी में यह फैसला लिया गया। केंद्रीय शहरी विकास सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि जल्द ही यह चयन भी कर लिया जाएगा कि सबसे अच्छे स्मार्ट सिटी को किस दूसरे स्मार्ट सिटी से जोड़ा जाए। यह इस पर निर्भर करेगा कि दोनों शहर एक ही राज्य में हों या दूसरे राज्य में होने पर पड़ोसी हों तथा भौगोलिक परिस्थितियों में समान हों। यह तय है कि किसी पहाड़ी शहर को किसी तटीय शहर के साथ नहीं जोड़ा जाएगा। स्मार्ट सिटी एक किस्म की लैब की तरह हैं, जहां के सफल प्रयोग को देश के बाकी शहरों में अपनाया जाए, ताकि पूरा देश स्मार्ट हो सके। स्मार्ट शहर किसी शहर में नई सुविधा शुरू करने या नया बुनियादी ढांचा करने की बात नहीं है, बल्कि उपलब्ध संसाधनों का स्मार्ट तरीके से उपयोग का मामला है।
कौन स्मार्ट, कौन पिछड़े
टॉप स्मार्ट सिटी में सूरत, विशाखापट्टनम, अहमदाबाद, रांची, भोपाल, इंदौर, आगरा, पुणे, वाराणसी, उदयपुर, वडोदरा, नागपुर, तिरुपुर, कानपुर, बेल्लोर जैसे शहर शामिल हैं। जबकि, सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले स्मार्ट शहरों में कावारत्ती, शिलांग, गुवाहाटी, ईटानगर आदि हैं।