मऊ में शासन के जेम पोर्टल के बदले प्राइवेट दुकानों से हुई खरीदारी पर एसआइटी ने तलब किए अभिलेख
शासन द्वारा गठित जांच एजेंसी एसआइटी ने मऊ के सभी 675 ग्राम पंचायतों के अभिलेख तलब कर लिए हैं।
मऊ , जेएनएन। पड़ोसी जनपद गाजीपुर में पल्स आक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर की खरीदारी में अनियमितता की आंच अपने जनपद तक पहुंच गई है। प्रदेश के कई जनपदों में हुई खरीद को लेकर शासन द्वारा गठित जांच एजेंसी एसआइटी ने जनपद के सभी 675 ग्राम पंचायतों के अभिलेख तलब कर लिए हैं। सच्चाई यह है कि जनपद में शासन के जेम पोर्टल से कोई खरीदारी नहीं की गई है। ऐसे में प्राइवेट दुकानों से हुई खरीद के मामले में गाज गिर सकती है।
विश्वव्यापी कोविड-19 आपदा से बचाव को लेकर शासन ने ग्राम पंचायत निधि से पल्स आक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर की खरीदारी के निर्देश दिए थे। शासन की मंशा थी कि ग्राम पंचायतों के पास ऐसे उपकरण हो तथा तेजी से जांच कराकर संदिग्ध लोगों का इलाज किया जा सके। इसी दौरान आपदा को अवसर में तब्दील करते हुए बचाव के उपकरण खरीद में जमकर खेल हुआ। इसमें गाजीपुर जनपद में शासन द्वारा निर्धारित 2500 से 2800 के बीच की खरीदारी के बदले 05 से 06 हजार तक के उपकरण खरीदे गए। मामला उजागर होने पर तत्कालीन डीपीआरओ पर गाज गिरी। इसको लेकर योगी सरकार ने सभी जनपदों के अभिलेख तलब कर लिए हैं। महामारी के शुरूआती दिनों में शासन के आदेश पर जनपद में भी धड़ल्ले से खरीदारी हुई। इसमें शासन के पोर्टल को दरकिनार कर प्राइवेट दुकानों को तवज्जो मिली। सच्चाई यह है कि शासन द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक रेट पर उपकरण खरीदे गए हैं। अब योगी सरकार द्वारा गठित जांच एजेंसी एसआइटी ने जांच शुरू करते हुए खरीदारी संबंधी सभी अभिलेख तलब कर लिए हैं।
एसआइटी ने अभिलेख तलब किए हैं
एसआइटी ने अभिलेख तलब किए हैं, हालांकि अपना जनपद जांच की जद में नहीं है। ग्राम पंचायतों में मानक के अनुरूप जांच उपकरणों की खरीद की गई है। कहीं से किसी प्रकार की शिकायत अभी नहीं मिली है।
-रामसिंह वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी, मऊ।