पेपर लीक प्रकरण : यूपी लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष हुए एसआइटी के सामने पेश Varanasi news
पेपर लीक मामले में शनिवार को क्राइम ब्रांच और वाराणसी पुलिस की एसआइटी टीम के सामने आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनिरुद्ध यादव पेश हुए।
वाराणसी, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित एलटी ग्रेड परीक्षा के पेपर लीक मामले में शनिवार को क्राइम ब्रांच और वाराणसी पुलिस की एसआइटी टीम के सामने आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनिरुद्ध यादव पेश हुए। पांच घंटे से अधिक समय तक हुई पूछताछ के दौरान अनिरुद्ध यादव कई सवालों के जवाब देने से बचते रहे। वाराणसी पुलिस की तरफ से बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस मिलने के बाद अनिरुद्ध यादव शनिवार को दोपहर बाद अचानक वाराणसी पहुंचे। एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद के नेतृत्व में टीम ने पूछताछ शुरू की। घंटों चली पूछताछ के बाद एसआइटी ने भविष्य में भी पेश होने की बात कहते हुए उन्हें जाने दिया।
प्रिंटिंग प्रेस मालिक की संदिग्ध भूमिका के बारे में जानते थे अनिरुद्ध : यूपी लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनिरुद्ध यादव एसआइटी के कई सवालों पर घिरते नजर आए। आयोग के पूर्व अध्यक्ष से जब पूछा गया कि क्या वह पेपर लीक मामले में प्रिंटिंग प्रेस मालिक कौशिक कर को जानते हैं तो पहले इनकार किया लेकिन जब उन्हें एसटीएफ की तरफ से पूर्व में जारी पत्र दिखाया जिसमें कौशिक कर की भूमिका संदिग्ध बताते हुए पेपर प्रिंटिंग का काम नहीं देने की बात कही गई थी। सवालों से घिरे अनिरुद्ध यादव ने कहा कि किसे प्रिंटिंग का काम दिया गया उन्हें नहीं मालूम था। हैरानी जताते हुए जब टीम ने कहा कि आपके बिना अनुमति के कैसे काम दिया जा सकता है, सवाल पर अनिरुद्ध यादव ने कहा कि कमेटी का काम है। जब पूछा गया कि कमेटी के फैसले पर अंतिम मुहर तो उनकी रहती है, इस पर वह जवाब नहीं दे सके।
एसआइटी ने आयोग की परीक्षा से जुड़े तमाम लोगों के नाम, उनके कार्य, पेपर को रखने, सवाल तैयार करने, पेपर को प्रिंटिंग प्रेस से लाने में कौन-कौन लोग शामिल रहते हैं आदि के बारे में गहनता से पूछताछ की।एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि यूपी लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनिरुद्ध यादव से एसआइटी ने आयोग की कार्यप्रणाली को समझा है। पेपर लीक मामले में उनकी भूमिका के साथ ही आयोग के अन्य कर्मचारियों-अधिकारियों के कामकाज के बारे में पूछा। उनसे मिली जानकारियां एसआइटी के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। क्राइम ब्रांच अनिरुद्ध यादव से मिली जानकारी के बाद आगे की कार्रवाई के लिए तैयारी कर रही है। आयोग के अन्य अधिकारी- कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी। शीघ्र ही कुछ और गिरफ्तारी भी संभव है। आयोग के पूर्व अध्यक्ष से कहा गया है कि आगे भी जब जरूरत होगी, उन्हें बुलाया जाएगा। अनिरुद्ध यादव ने जांच में सहयोग का आश्वासन दिया है।
अंजुलता को रिमांड पर लेने की तैयारी
एसआइटी ने यूपी लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष से हुई पूछताछ के बाद अब तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक अंजू लता कटियार से सवाल-जवाब की तैयारी में जुट गई है। अंजूलता इस समय वाराणसी की जिला जेल में बंद हैं। पेपर लीक मामले में क्राइम ब्रांच ने 30 मई को आयोग की परीक्षा नियंत्रक को प्रयागराज से गिरफ्तार किया था। अंजूलता की गिरफ्तारी का सबब बना कोलकाता निवासी प्रिंटिंग प्रेस मालिक कौशिक कर जिसे एसटीएफ ने 28 मई को वाराणसी के चोलापुर से उस समय गिरफ्तार किया था जब वह पेपर बेचने के मामले में युवकों से रुपए लेने आया था। पूछताछ में उसने अंजूलता का नाम लिया था। साक्ष्य मिलने के बाद क्राइम ब्रांच ने परीक्षा नियंत्रक को गिरफ्तार किया था।