वाराणसी में लहराई श्याम ध्वजा, प्रभु की आरती उतारने के साथ श्याम चालीसा का पाठ
कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा पर रविवार को काशी की सड़कों पर श्याम ध्वजा लहराई। इक्कीस वर्षों की परंपरा के अनुसार श्री श्याम मंडल ने श्रद्धा दिखाई। सूरज की किरणों के धरती पर उतरने से पहले ही मैदागिन क्षेत्र श्याम प्रभु की जयकार से गूंज उठा।
वाराणसी, जेएनएन। कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा पर रविवार को काशी की सड़कों पर श्याम ध्वजा लहराई। इक्कीस वर्षों की परंपरा के अनुसार श्री श्याम मंडल ने श्रद्धा दिखाई। सूरज की किरणों के धरती पर उतरने से पहले ही मैदागिन क्षेत्र श्याम प्रभु की जयकार से गूंज उठा। पातालेश्वर हनुमान मंदिर में प्रभु चरणों में ध्वजा समर्पित कर प्रभात फेरी शुरू की गयी। बुलानाला, चौक, बांसफाटक, गोदौलिया, गिरजाघर होते यात्रा लक्सा स्थित श्री श्याम मंदिर पहुंची। श्याम प्रभु के चरणों में ध्वजा अर्पित की गयी। प्रभु की आरती उतारने के साथ श्याम चालीसा का पाठ किया गया।
कोरोना संकट को देखते हुए प्रशासन की गाइड लाइन अनुसार श्री श्याम ध्वजा प्रभात फेरी में महिलाएं- पुरुष मास्क लगा कर शामिल हुए। इसमें शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए ध्वजा संख्या सीमित रखी गयी। संस्था अध्यक्ष प्रमोद बजाज ने बताया कि यात्रा हर दिन 25 नवंबर बुधवार तक निकलेगी। सुरेश तुलस्यान, राजेश तुलस्यान, मदन मोहन पोद्दार, चंदन तोदी, पवन कुमार अग्रवाल, संदीप शर्मा कानू, गोपाल शर्मा, बैजनाथ भालोटिया, विजय अग्रवाल, दीपक बजाज, सुशील गाडोदिया, जयप्रकाश गाडोदिया, श्याम सुंदर गाडोदिया,अजय खेमका, पुरुषोत्तम मोहल्ले आनंद लड़िया, राकेश कुमार अग्रवाल, पंकज तोदी, गोपाल जी अग्रवाल, आदि थे।