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Krishna Janmashtami 2022 : वाराणसी के इस्कान मंदिर में हर्षोल्लास के साथ मनी श्री कृष्ण जन्माष्टमी, चांदी के 21 कलशों से हुआ अभिषेक

अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कान) मंदिर दुर्गाकुंड में शुक्रवार भोर से ही 24 घंटे का महासंकीर्तन शुरू किया गया। भक्तों के लिए प्रसाद अभिषेक व पुस्तकों का स्टाल लगा हुआ है। श्री राधा-गोपाल जी का झूला कार्यक्रम विशेष आकर्षण रहा। बीएचयू में भी जन्‍माष्‍टमी का उत्‍सव मनाया गया।

By Anurag SinghEdited By: Published: Fri, 19 Aug 2022 10:04 PM (IST)Updated: Fri, 19 Aug 2022 10:04 PM (IST)
Krishna Janmashtami 2022 : वाराणसी के इस्कान मंदिर में हर्षोल्लास के साथ मनी श्री कृष्ण जन्माष्टमी, चांदी के 21 कलशों से हुआ अभिषेक
दुर्गाकुंड स्थित इस्कान मंदिर में सजी श्री राधा-गोपाल जी की झांकी।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कान) मंदिर दुर्गाकुंड में शुक्रवार भोर से ही 24 घंटे का महासंकीर्तन शुरू किया गया। भक्तों के लिए प्रसाद अभिषेक व पुस्तकों का स्टाल लगा हुआ है। विदेश से मंगाए गए फूलों से विशेष सजावट की गई है तथा श्री राधा-गोपाल जी का झूला कार्यक्रम विशेष आकर्षण रहा। मंगला आरती, शृंगार आरती व दोपहर में राजभोग आरती में 108 व्यंजनों का भोग लगाया गया। रात में महा अभिषेक तथा महाआरती (कलश अभिषेक) किया जाएगा। मंदिर के अध्यक्ष अच्युत मोहनदास ने कहा कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी हम सभी के लिए बहुत विशेष पर्व है। इस दिन भगवान हमारे हृदय में प्रकट होते हैं जो व्यक्ति भगवान श्री कृष्ण के दिव्य जन्म और कर्म के प्रकृति को समझ लेता है वह इस भव बंधन से मुक्त हो जाता है और पुनः इस मृत्युलोक में नहीं आता है।

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शनिवार, 20 अगस्त को सुबह नौ बजे से इस्कान के संस्थापक श्रील प्रभुपाद का आविर्भाव दिवस समारोह आयोजित है। इसमें साक्षी मुरारी दास, मुरारी गुप्त दास रसिक, गोविंदा कुमार गौरव राम, केशवदास व धवल पटेल समेत काफी संख्या में भक्त उपस्थित रहे। कथा उपरांत इस्कान मंदिर में विराजित भगवान राधा-गोपाल जी के विग्रह का तीन किलो चांदी से निर्मित 21 कलशों द्वारा 21 प्रकार के विभिन्न प्राकृतिक रसों से महाअभिषेक किया गया, जिसमें मुख्य पुजारी द्वारा पूजा-अर्चना करवाई गई।

महामना की बगिया में जन्मे कान्हा, चहुंओर उल्लास

वाराणसी : महामना की बगिया में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की धूम रही। चहुंओर उल्लास के वातावरण में श्रद्धापूर्वक नटवर नागर नंदकिशोर का जन्मोत्सव मनाया गया। मालवीय भवन में आयोजित मुख्य उत्सव में वैदिक मंगलाचरण, भगवान श्रीकृष्ण पूजन व श्रीकृष्ण कथा का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने भगवान श्रीकृष्ण की आरती की तथा पालना झुलाया। उन्होंने विद्यार्थियों व विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों को पर्व की शुभकामनाएं दीं। आचार्य सुकेश ने श्रीकृष्ण कथा का वाचन किया। रेक्टर प्रो. वीके शुक्ला, वित्ताधिकारी अभय ठाकुर, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. अभिमन्यु सिंह, छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम कुमार नेमा, संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के संकाय प्रमुख प्रो. कमलेश झा, मालवीय भवन के मानित निदेशक प्रो. उपेंद्र पांडेय, विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारी, विद्यार्थी तथा विश्वविद्यालय परिवार के अनेक सदस्य उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त श्री विश्वनाथ मंदिर, त्रिवेणी छात्रावास संकुल, महिला महाविद्यालय समेत 13 स्थलों तथा मीरजापुर के बरकछा स्थित दक्षिणी परिसर के छात्रावासों में भी आकर्षक व जीवंत झांकियां सजाई गईं। कुलपति प्रो. जैन ने विभिन्न छात्रावासों में सजी झांकियों का अवलोकन किया।


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