Shri Kashi Vishwanath Temple नक्काशीदार पत्थरों से संवरने लगा बाबा का आंगन, राजस्थान से आया आठ सदस्यीय कारीगर दल
वाराणसी में बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार की भला किससे तुलना लेकिन उनके मंदिर में जल्द ही पिंक नगरी का लुक नजर आएगा। इसका आभास मुख्य परिसर में ही हो जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार की भला किससे तुलना लेकिन उनके मंदिर में जल्द ही पिंक नगरी का लुक नजर आएगा। इसका आभास मुख्य परिसर में ही हो जाएगा। इसकी चहार दीवारी चुनार के पत्थरों से सजाई जाने लगी है। इसके लिए दो दिन पहले राजस्थान से कारीगरों का आठ सदस्यीय दल बनारस आया और रविवार से शुरूआत भी कर दी गई। दल चहार दीवारी बनाने के साथ ही तीन द्वारों की चौखट को भी पूरी भव्यता से आकार देगा। इसके बाद इसमें फर्श पर मकराना मार्बल लगाया जाएगा।
विश्वनाथ कारिडोर के चार फेज में मुख्य परिसर पर अधिक जोर
दरअसल, श्रीकाशी विश्वनाथ कारिडोर के चार फेज में मुख्य परिसर पर अधिक जोर है। इसके अलावा मंदिर चौक का भव्य द्वार भी आकार पाने लगा है। इसके लिए कालम भरने के साथ छड़ से कास्टिंग की जा रही है। एक सप्ताह में इसका अक्स सामने आने लगेगा। इसके अलावा मंदिर चौक, यात्री सुविधा केंद्र, जलपान गृह, अतिथि गृह व आध्यात्मिक पुस्तक केंद्र के लिए पाइलिंग की जा रही है। कार्यदायी एजेंसी लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संजय गोरे के अनुसार 15-20 दिन में मंदिर परिसर की भव्यता दिखने लगेगी तो माह भर में दो-तीन भवन का लुक आने लगेगा।
कारिडोर में छोटे-बड़े बनाए जाने हैैं 22 भवन
बाबा दरबार से गंगा तट तक कारिडोर में छोटे-बड़े 22 भवन बनाए जाने हैैं। फिलहाल बरसात के कारण पानी भर जाने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन पीएसपी की टीम जी जान से लगी हुई है ताकि लॉकडाउन के दौरान काम बंद होने से पीछे हुए लक्ष्य को हासिल किया जा सके। इसके लिए मजदूरों व कारीगरों की संख्या बढ़ाकर 450 कर दी गई है। हालांकि संभावित बाढ़ को देखते हुए घाट किनारे के काम बंद कर दिए गए हैैं। वहीं राजस्थान से आया दल तीन द्वारों की चौखट को भी पूरी भव्यता से आकार देगा।