Move to Jagran APP

पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी के आर्थिक साम्राज्य को झटका, 75 करोड़ का नुकसान, गिरोह को तोड़ने का अभियान

यूपी में योगी आदित्‍यनाथ की सरकार मऊ सदर के विधायक मुख्तार अंसारी के गिरोह आइएस-191 के विरुद्ध अभियान चलाकर सिंडिकेट तोड़ने में जुटी है। मऊ गाजीपुर आजमगढ़ वाराणसी सहित पूर्वांचल के कई जनपदों में गिरोह को निशाने पर लिया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 21 Jun 2021 03:20 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jun 2021 03:20 PM (IST)
पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी के आर्थिक साम्राज्य को झटका, 75 करोड़ का नुकसान, गिरोह को तोड़ने का अभियान
मुख्तार अंसारी के गिरोह के विरुद्ध अभियान चलाकर सिंडिकेट तोड़ने में जुटी है।

मऊ, जेएनएन। योगी सरकार विधायक मुख्तार अंसारी के गिरोह आइएस-191 के विरुद्ध अभियान चलाकर सिंडिकेट तोड़ने में जुटी है। मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, वाराणसी सहित पूर्वांचल के कई जनपदों में गिरोह को निशाने पर लिया है। इसमें अकेले मऊ में 49.22 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है। इस गिरोह से जुड़े एक-एक अपराधियों, नामचीन सफेदपोशों, कोल माफियाओं, भू-माफियाओं की कुंडली तैयार कर रही है। वहीं अभियान के तहत पहले ही गिरोह के शार्प शूटर व शूटरों को प्रशिक्षित करने वाले एक लाख के इनामी हरिकेश यादव, लालू यादव व 50 हजार के इनामियां राकेश पांडेय उर्फ हनुमान पुलिस इनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। वाराणसी जोन में अब तक मुख्तार गिरोह के फैले आर्थिक साम्राज्य को झटके पर झटका लगा है। पूर्वांचल में अभी तक गिरोह को लगभग 75 से 80 करोड़ का आर्थिक नुकसान हुआ है।

loksabha election banner

2007 से 2012 के बीच मायावती सरकार ने मुख्तार अंसारी गिरोह के विरुद्ध अभियान चलाया था। इसमें मछली व्यवसाय के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हुई थी। एकबारगी यह लगा था कि गैंग टूट गया है परंतु सपा सरकार आते ही एक बार फिर गिरोह जमकर फला-फूला। गिरोह ने मऊ सहित पूर्वांचल में एक बार फिर सिक्का जमाया। अब योगी सरकार ने एक बार फिर मुख्तार गिरोह को निशाने पर लिया है। अभी तक गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, वाराणसी सहित पूर्वांचल में पीडब्ल्यूडी, जिला पंचायत व आरइएस के ठेकों पर जहां मुख्तार गिरोह का सिक्का चलता है तो कोयला व्यापार में भी गिरोह की जबरदस्त दखल है। पुलिस प्रशासन सफेदपोशों, भू-माफियाओं व ठेकेदारों के संपत्तियों का ब्यौरा जुटाने में जुटा है। एक-एक की अवैध संपत्ति की जांच हो रही है। इसमें पूर्वांचल के कई चर्चित ठेकेदारों से लेकर सफेदपोश शामिल हैं। लोक निर्माण विभाग, जिला पंचायत व आरइएस के ठेकेदारों के संबंध खंगाले जा रहे हैं। हालांकि इसके पूर्व मछली व्यवसाय, अवैध बुचड़खाना, अवैध वसूली तथा शस्त्र लाइसेंस आदि पर धड़ाधड़ कार्रवाई भी हो चुकी है।

मुख्तार के बेटों की 24 करोड़ की जमीन हो चुकी है जब्त

मुख्तार अंसारी गिरोह के लिए कई आपराधिक गैंग ही नहीं बल्कि नामचीन सफेदपोश ताकत प्रदान करते हैं। अब जबकि योगी सरकार ने प्रदेश में अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई तेज कर दी है तो पूर्वांचल में मुख्तार गिरोह का फैला साम्राज्य निशाने पर है। इस गिरोह से जुड़े सिंडिकेट को खंगाला जा रहा है। हर जनपद के गिरोह से जुड़े एक-एक व्यक्तियों को चिह्नित पुलिस कर रही है। मऊ से लखनऊ तक फैले अवैध साम्राज्य को पुलिस चिह्नित कर जब्त करने में जुटी है। अभी तक 49 करोड़ रुपये की संपत्ति को प्रशासन ने जब्त किया है। 09 जून को प्रशासन ने दशई पोखरा के निकट मुख्तार के बेटों अब्बास व उमर के नाम 24 करोड़ की जमीन को जब्त किया। वहीं 19 जून को मुख्तार गिरोह के वसूली गैंग माफिया सुरेश सिंह की दो करोड़ कीमत वाले मकान को जब्त किया गया।

पत्नी सहित सालों पर दर्ज है मुकदमा

दक्षिणटोला थाना क्षेत्र के रैनी गांव में कई बीघे में बने भंडारण गृह पर मुख्तार अंसारी का कब्जा था। रैनी निवासी अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन पर जबरन कब्जा कर बनाए गए भंडारण गृह को प्रशासन ने सीज कर दिया है। वहीं सरकारी भूमि पर कब्जा जमाने व जबरन भूमि कब्जाने के मामले में मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी सहित दो बेटों के नाम मुकदमा दर्ज है।

मऊ में की गई कार्रवाई

- 56 लोगों पर लग चुका हैं गैंगस्टर

- गिरोह से जुड़े 76 लोगों पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई

- 68 लाख के नगरपालिका स्टैंड का टेंडर निरस्त

- 06 ठेकेदारों का चरित्र प्रमाण पत्र निरस्त

- गिरोह के मछली माफिया की 8.17 करोड़ की संपत्ति कुर्क

- भू-माफिया की 60 लाख की संपत्ति जब्त

- कोयला माफिया के 5.5 करोड़ के भूखंड व शापिंग माल व एक करोड़ के वाहन जब्त

- मुख्तार अंसारी के बेटों के नाम दर्ज 24 करोड़ की जमीन जब्त

- वसूली माफिया के 6.62 करोड़ की संपत्ति जब्त

ठेकेदारों सहित सफेदपोशों को चिह्नित किया जा रहा है

मुख्तार अंसारी गिरोह आइएस-191 से जुड़े ठेकेदारों सहित सफेदपोशों को चिह्नित किया जा रहा है। गिरोह से जुड़कर जिन लोगों ने अवैध संपत्ति अर्जित की है, उसे जब्त कानून के दायरे में जब्त किया जाएगा।

- सुशील घुले, पुलिस अधीक्षक, मऊ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.