वाराणसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के तल्ख तेवर, बोले - 'सुधर जाएं थानेदार, सुधारें थाने का सिस्टम'
एनएसजी में कमांडो की ट्रेनिंग हासिल कर चुके वाराणसी के नए कमांडर यानि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के तेवर अलग ही दिखे।
वाराणसी, जेएनएन। एनएसजी में कमांडो की ट्रेनिंग हासिल कर चुके वाराणसी के नए कमांडर यानि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी के तेवर बता रहे कि आने वाले दिनों में वाराणसी पुलिस की एक अच्छी छवि सामने आएगी। रविवार को वाराणसी का चार्ज लेने के बाद प्रभाकर चौधरी पुलिस लाइन सभागार में मीडिया से रू-ब-रू थे। 2010 बैच आइपीएस प्रभाकर चौधरी ने कहा कि बनारस में मेरे लिए नया नहीं है। 2013-14 में बतौर क्षेत्राधिकारी चेतगंज के रूप में कार्य कर चुके प्रभाकर चौधरी ने कहा कि वाराणसी में वसूली की बहुत शिकायतें हैं। हाइवे पर वसूली के साथ ही थानों पर मोबाइल चोरी समेत अन्य रिपोर्ट लिखे जाने, मुहर लगवाने के नाम पीड़ितों से रुपये लेने की शिकायत है।
पासपोर्ट आवेदनों की जांच के नाम पर भी रुपये लिए जा रहे हैं। ये सब अब नहीं चलेगा। थानेदारों को चेता दिया गया है सुधरने के साथ ही थानों का सिस्टम सुधारें वरना लाइन जाने को तैयार रहें। ट्रैफिक पसंदीदा सब्जेक्ट - प्रभाकर चौधरी ने शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार उनके लिए बड़ी चुनौती है जो उन्हें पसंद है। ट्रैफिक में सुधार दिखेगा। एक से दो महीने के अंदर बनारस की जनता को यहां की पुलिसिंग के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था में भी सुधार दिखेगा। अतिक्रमण के मुद्दे पर एसएसपी ने कहा कि यह संयुक्त प्रयास से संभव है। जिलाधिकारी से वार्ता होगी ताकि एक संयुक्त टीम अतिक्रमण हटाओ अभियान पर काम करे।
- पैरवी पर नहीं, मेरिट पर थाना तेजतर्रार छवि वाले प्रभाकर चौधरी ने थानेदारों को दो टूक कह दिया है कि पैरवी, जुगाड़ या किसी तरह की कहानी पर थाना पाने का ख्वाब भूल जाए। थाना चाहिए तो मेरिट में खरा उतरना होगा। एसएसपी ने देवरिया में तैनाती के दौरान थानेदारी की चाह रखने वाले दारोगाओं की परीक्षा कराई थी। फर्जी खुलासा करने वाले थानेदार भी नपेंगे।
- थाने से निराश होकर पीड़ित आया तो ठीक बात नहीं
- नवागत एसएसपी ने चेता दिया है कि थाने में किसी आम आदमी की नहीं सुनी गई और वह उनके कार्यालय आया तो यह ठीक बात नहीं होगी। पीड़ित को थाने स्तर से ही इंसाफ मिलना चाहिए।
कइयों की दुकान बंद - प्रभाकर चौधरी का पुलिस महकमे में इस खौफ ही कहेंगे कि थानेदारों की कृपा से सड़कों पर चलने वाली नशे की कई दुकानों के शटर अपने आप बंद हो गए। हाइवे पर भी पुलिस मुस्तैद नजर आई। साहब के तेवर देखते हुए कारखासों को फिलहाल अंडरग्राउंड कर दिया गया है।