'शक्ति - अस्तित्व के एहसास की' धारावाहिक के कलाकार बोले - 'काशी में शिवजी ने हमें बुलाया है'
ऐसा महसूस हो रहा है कि शिवजी ने हमें यहां बुलाया। यह बातें शुक्रवार को कलर्स चैनल के धारावाहिक शक्ति अस्तित्व के एहसास की के मुख्य कलाकार जिज्ञासा सिंह व सिंबा नागपाल ने कही।
वाराणसी, जेएनएन। ऐसा महसूस हो रहा है कि शिवजी ने हमें यहां बुलाया। यह बातें शुक्रवार को कलर्स चैनल के धारावाहिक 'शक्ति अस्तित्व के एहसास की' के मुख्य कलाकार जिज्ञासा सिंह और सिंबा नागपाल ने नदेसर स्थित एक होटल में पत्रकारों से कही। इस दौरान सीरियल के एक हजार एपीसोड होने की खुशी में केक भी काटा गया। जिज्ञासा और सिंबा नदेसर स्थित दैनिक जागरण कार्यालय भी आए। यहां जागरण से बातचीत में दोनों कलाकारों ने अपने जीवन से जुड़ी कई बातें साझा कीं। सीरियल में जिज्ञासा 'हीर' का किरदार निभा रही हैं जो किन्नर है और सिंबा 'विराट' की भूमिका में हैं।
जिज्ञासा ने बताया मेरे नानाजी के यहां उत्सव के समय किन्नर लोग आते थे। उन लोगों को उपहार दिया जाता था। वो हमें आशीर्वाद देते थे। न जाने क्यों कोई जब उनकी उपेक्षा करता है तो मुझे अच्छा नहीं लगता। शूटिंग के लिए जाते वक्त अपनी कार में बिस्कुट का पैकेट रखती हूं। वहां पर अक्सर किन्नर लोग भीख मांगते हैं उन्हें बिस्कुट देती हूं। वक्त कितना बदल गया लेकिन अभी भी समाज में इन लोगों के लिए कुछ खास नहीं हो रहा है। जिज्ञासा ने बताया कि पिछले सीरियल 'थपकी' और 'शक्ति' दोनों ही मेरे जीवन के अलग अलग किरदार थे जो समाज को जागरूक करते हैं। जिज्ञासा ने कहा कि काशी आने के पहले मुंबई में एक मॉल में गई थी। वहां पर लोगों ने मुझे 'हीर' कहकर बुलाया, बड़ी खुशी हुई कि लोग मुझे पहचानने लगे हैं।
जिज्ञासा ने मॉस कम्यूनिकेशन की पढ़ाई की है। कहा मैं एक्टिंग के लिए बनी थी। हम किसी फिल्मी बैक ग्राउंड से नहीं हैं लेकिन अभिनय के बल पर मुकाम पाएंगे। उधर, सिंबा ने बताया कि आर्किटेक्ट की पढ़ाई की है लेकिन शुरू से ही एक्टिंग के क्षेत्र में आना चाहते थे। कहा मुझे सुपर मैन शुरू से ही पसंद है और इच्छा है ऐसा कोई किरदार निभाऊं। कहा, मेरा मानना है कि कलाकार हर पल सीखता है। जागरण कार्यालय में इस दौरान दोनों कलाकारों ने शहर की कुछ प्रबुद्ध महिलाओं से भी बात की। इसमें डा. रितु गर्ग ने सवाल किया कि फिल्मी दुनिया में ग्लैमर दिखता है लेकिन डिप्रेशन की बात भी सामने आती है। इस पर सिंबा ने कहा कि हर क्षेत्र में तनाव है बस उसका सामना कैसे करना है इसे देखना होता है। स्टंट को लेकर सिंबा ने कहा कि अब वक्त बदल गया है कलाकार सारे स्टंट स्वयं करते हैं। इसमें आत्मसंतुष्टि मिलती है।