बाबा दरबार में दर्शन और स्पर्श मनाही के बाद शिव सैनिकों ने जताया रोष, पुरानी व्यवस्था की मांग
बाबा दरबार स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन में बदलाव करते हुए जुलाई माह से बाबा के गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगाने के बाद अब लोगों में रोष भी है।
वाराणसी, जेएनएन। बाबा दरबार स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन में बदलाव करते हुए जुलाई माह से ही बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह में दर्शनर्थियों के प्रवेश पर रोक लगाने के बाद अब लोगों में रोष भी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जिला शिवसेना उप प्रमुख अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ 11 बजे मण्डलायुक्त दीपक अग्रवाल से मिले। मुलाकात के दौरान मंडलायुक्त से बाबा दरबार में लाेगों ने दरश परश की मांग करते हुए ज्ञापन भी दिया।
शिव सैनिकों की मांग थी की पुरानी परंपरा को बहाल करते हुए पूर्ववत बाबा दरबार में स्पर्श की परंपरा की शुरुआत की जाए। हर साल सावन के महीने में भीड को देखते हुए गर्भगृह में प्रवेश की मनाही होती थी मगर इस बार सावन माह बीतने के बाद भी बंदिश जारी है। इसको लेकर बाहर से आने वाले दर्शनार्थी भी मायूस होकर लौट जा रहे हैं। वहीं काशी के नेमि शिवभक्त भी कई बार विश्वनाथ मंदिर प्रशासन से बाबा स्पर्श की मांग कर चुके हैं। बाध्यताओं की वजह से कई बार मंदिर परिसर में भक्तों के साथ दुर्व्यवहार भी हो चुका है।