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वाराणसी में रैन बसेरा तो बन गया लेकिन रहने लायक नहीं, पतले कंबल में लोग रात गुजारने को विवश

सरकार ने रैन बसेरा तो बना दिया है लेकिन रहने लायक नहीं है न पीने के पानी की व्यवस्था है न ही रजाई। पतले कंबल में ही लोग रात गुजारने को विवश हैं।

By Edited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 02:14 AM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 04:23 PM (IST)
वाराणसी में रैन बसेरा तो बन गया लेकिन रहने लायक नहीं, पतले कंबल में लोग रात गुजारने को विवश

वाराणसी, जेएनएन। सरकार ने रैन बसेरा तो बना दिया है लेकिन रहने लायक नहीं है। न पीने के पानी की व्यवस्था है न ही रजाई। पतले कंबल में ही लोग रात गुजारने को विवश हैं। कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं होने से लोग दिक्कत महसूस कर रहे थे। कैंट रेलवे स्टेशन के पास महादेव सेवा समिति द्वारा संचालित रैन बसेरा में तो बकायदे आटो वालों का कब्जा है। रात के नौ बजे आटो वाले यहां खाना बनाने में व्यस्त थे। यहां बिहार से आया एक श्रमिक ठिठुरते हुए खाना खा रहा था। अलाव की व्यवस्था नहीं होने से लोग ठिठुरन में रात गुजरने को विवश हैं। समितियों के द्वारा संचालित रैन बसेरों की हालत सबसे खराब है। चाहे महादेव सेवा समिति द्वारा संचालित लहरातारा बौलिया तिराहा स्थित रैन बसेरा हो या कैंट स्थित श्रमिक सेवा समिति द्वारा संचालित। दोनों स्थानों पर पीने के पानी की कोई व्यवस्था है।

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लहरतारा में केयर टेकर के साथ मात्र चार लोगों के रहने की व्यवस्था है। कोई आ जाए तो उसके रहने का स्थान नहीं है। यहां एक हिस्से में मंडुवाडीह अतिक्रमण अभियान के दौरान ध्वस्त हुए एक मकान के बेघर लोग एक साल से शरण लिए हुए है। कैंट के सामने स्थित रैन बसेरा में भी काफी पतला कंबल होने से लोग ठिठुर रहे थे। यहां रात को शराबियों का भी आतंक है। जो हंगामा करते हैं। लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक के रहने वाले रैन बसेरा में दो लोग थे। इसी तरह गोलगड्डा रैन बसेरा में सारी व्यवस्था अस्त-व्यस्त दिखा यहां केयर का पता नहीं था। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ठंड शुरू होने के बाद से कोई अधिकारी इन रैन बसेरों का हाल लेने नहीं आया है। रैन बसेरों के बारे में नहीं जानकारी कई स्थानों पर रैन बसेरों के खाली होने का कारण उसकी पर्याप्त जानकारी लोगों को नहीं होना है। कैंट स्टेशन पर खुले आसमान में रात गुजार रहे झारखंड के रमेश का कहना है कि हमें रैन बसेरा के बारे में जानकारी नहीं है।

सुबह में हरियाणा जाने की ट्रेन है उससे जाएंगे। नगर निगम 12 स्थानों पर रैन बसेरा का संचालन कर रहा है। करना चाहिए प्रचार-प्रसार लोगों को कहना था कि नगर निगम को रैन बसेरों के बारे में प्रचार करना चाहिए जिससे लोग वहां रात गुजार सकें। जानकारी नहीं होने की वजह से लोग नहीं जाते। नगर निगम के रैन बसेरे वाराणसी सिटी स्टेशन के सामने, गोलगड्डा तिराहा स्थित चुंगी भवन, काशी स्टेशन से पहले सफाई चौकी, बेनियाबाग पार्क के सामने, टाउनहाल व्यायामशाला स्थित भवन, लहरतारा गेट नबर चार रेलेवे क्रासिंग स्थित भवन, कैंट रेलवे स्टेशन के सामने, बौलिया तिराहा शिवदासपुर, कैंट पुराना माल गोदाम चुंगी भवन, शिवपुर चुंगी, पेट्रोल पंप के सामने संकट मोचन मंदिर रोड


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