शारदा बैराज के पानी ने फिर बढ़ाई आजमगढ़ के देवारावासियों की बेचैनी, जलस्तर में 33 सेंटीमीटर वृद्धि
शारदा बैराज के पानी ने फिर आजमगढ़ के देवारावासियों की बेचैनी बढ़ गई। जलस्तर में 33 सेंटीमीटर वृद्धि हुई।
आजमगढ़, जेएनएन। हर साल का वही हाल, घाघरा के जलस्तर से देवारा बेहाल। अबकी भी हालात में कोई सुधार नहीं। कारण कि घाघरा के जलस्तर में वृद्धि के साथ कमी भी होती रही है लेकिन लखीमपुर के शारदा बैराज से लगातार छोड़े गए पानी ने राहत की उम्मीद को डुबो दिया है। तटवर्ती क्षेत्र के लोगों में कटान को लेकर चिंता इस कदर बढ़ गई है कि वह घर छोड़कर पलायन करने लगे हैं।
तहसील क्षेत्र के उत्तर दिशा में बहने वाली घाघरा नदी के जलस्तर में तीन दिन कमी दर्ज होने से आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली थी। प्रशासन की ङ्क्षचता भी कम हो रही थी कि नदी के जलस्तर में 24 घंटे में 33 सेंटीमीटर की वृद्धि हो गई। कटान व जलस्तर में वृद्धि देखकर देवारावासी घरों से पलायन कर रहे हैं। लोगों में घाघरा नदी की विभीषिका का भय बना हुआ है। घाघरा नदी में 3,88,000 क्यूसेक जल शारदा बैराज से फिर छोड़ा गया जिससे नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने की संभावना बनी हुई है।
बाढ़ से 80 राजस्व गांवों की लगभग 80,000 से ऊपर की आबादी प्रभावित हुई। तीन दिन नदी का जलस्तर घटने के उपरांत पानी जहां नदी की तरफ मुख्यधारा में चला गया था वहीं जलस्तर में वृद्धि के बाद एक बार उफान मार रही है। सैकड़ों एकड़ भूमि नदी की धारा में विलीन हो चुकी है। गांवों में भोजन के साथ आवागमन की समस्या बनी हुई है। प्रशासन द्वारा नाव की पर्याप्त व्यवस्था न करने के कारण भी लोग परेशान हैं। नदी का जलस्तर मुख्य माप स्थल बदरहुआ पर मंगलवार शाम चार बजे 71.71 मीटर, जबकि बुधवार को 72.04 मीटर दर्ज किया गया। यहां खतरा बिंदु 71.68 मीटर है। वहीं डिघिया गेज पर मंगलवार की शाम चार बजे 70.49 मीटर तो बुधवार की शाम 71.08 मीटर दर्ज किया गया।