कोरोना महामारी के कारण नहीं खराब होगा सत्र, 48 दिन में समाप्त होगा पाठ्यक्रम
बेसिक शिक्षा परिषद की तरफ से ऐसा माड्यूल तैयार किया जा रहा है कि महज 48 दिन में ही एक वर्ष का कोर्स पढ़ाकर समाप्त कर दिया जाएगा। इसमें भाषा और गणित विषय को मजबूत करते हुए अधिगम स्तर को बरकरार रखने की कोशिश है।
सोनभद्र, [सुजीत शुक्ल] । आपका लाडला परिषदीय प्राथमिक या उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ता है। इस वर्ष कोरोना संकट के कारण अब तक स्कूल नहीं खुले तो जाहिर सी बात है आप को चिंता होगी कि पढ़ाई हुई नहीं तो परीक्षा कैसे देगा। अगले वर्ष जब अगली कक्षा में प्रवेश होगा तो उसका अधिगम स्तर न्यून होगा। क्योंकि पिछली कक्षा की पढ़ाई तो किया नहीं। साथ ही और भी कई तरह की चिंता है तो अब चिंता छोड़ दीजिए। क्योंकि बेसिक शिक्षा परिषद की तरफ से ऐसा माड्यूल तैयार किया जा रहा है कि महज 48 दिन में ही एक वर्ष का कोर्स पढ़ाकर समाप्त कर दिया जाएगा। इसमें भाषा और गणित विषय को मजबूत करते हुए अधिगम स्तर को बरकरार रखने की कोशिश है।
ऐसे ही माड्यूल को तैयार करने के लिए जिले के उच्च प्राथमिक विद्यालय विसुंधरी के सहायक अध्यापक दीनबंधु त्रिपाठी का चयन हुआ है। वह पांच दिनों तक माड्यूल लेखन भी कर चुके हैं। उम्मीद है कि दिसंबर में इस माड्यूल से पढ़ाई भी शुरू करा दी जाएगी। मार्च महीने में कोरोना संक्रमण के बढ़ते असर को देखते हुए सभी स्कूल, कालेज बंद कर दिए गए। उम्मीद थी कि जुलाई या अगस्त से स्कूल खुल जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। स्थिति थोड़ी संभली तो कक्षा नौ से 12वीं तक के स्कूल खोलकर पढ़ाई शुरू करायी गई है। वह भी शारीरिक दूरी व मास्क की अनिवार्यता के साथ। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो मौजूदा स्थिति को देखते हुए उम्मीद जतायी जा रही है कि दिसंबर के मध्य में परिषदीय स्कूल खोले जाएंगे। जब स्कूल खुलेंगे तो समय कम रहेगा। इस लिए संपूर्ण कोर्स पढ़ाया जाना मुश्किल है। इसलिए बेसिक शिक्षा परिषद ने ऐसा प्लान तैयार किया है कि पढ़ाई आसान हो जाएगी और समय से पूर्ण भी हो जाएगी।
कैसे होगा 48 दिन का माड्यूल कोर्स
लखनऊ में रहकर माड्यूल लेखन की टीम में शामिल रहे जिले के एकमात्र शिक्षक दीनबंधु त्रिपाठी बताते हैं कि 48 दिन का ऐसा लेशन प्लान तैयार किया गया है, जिसमें संपूर्ण कोर्स समाहित है। जरूरी पाठ को इसमें शामिल किया गया है। बताया कि भाषा और गणित के अलग-अलग पाठकों का उनकी उपयोगिता के अनुसार अलग किया गया है। इसके बाद कक्षावार बनाया गया है। जैसे कक्षा एक की कक्षा अलग संचालित की जाएगी। कक्षा दो व तीन, तीन व चार की कक्षाएं एक साथ एक लेशनप्लान से संचालित होंगी। पांचवी के बच्चों को छठीं में जाना है इसलिए पांचवी की कक्षा अलग चलाने के लिए प्लान तैयार किया गया है। प्रतिदिन, सप्ताहिक पाठ्य योजना, बच्चों के अधिगम आंकलन की विधि सहित सभी बिंदु समाहित हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
भाषा और गणित विषय की मजबूती के लिए 48 दिनों का माड्यूल कोर्स तैयार किया जा रहा है। इससे बच्चों की पढ़ाई में मदद मिलेगी। जो बच्चे कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल नहीं जा सके, पढ़ाई प्रभावित हुई उसकी काफी हद तक इससे भरपाई हो सकेगी।
- डा. गोरखनाथ पटेल, बीएसए