घर में अलग करें सूखा-गीला कचरा, वाराणसी में दो संस्थाओं को नगर निगम ने दी जिम्मेदारी
कचरा प्रबंधन की दिशा में नगर निगम के नित नए कदम बढ़ रहे हैं। इस दिशा में विभाग ने एक कदम और बढ़ाया है। अब तक घर से सूखा व गीला कचरा की निकासी नहीं हो रही है जिसके लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। कचरा प्रबंधन की दिशा में नगर निगम के नित नए कदम बढ़ रहे हैं। इस दिशा में विभाग ने एक कदम और बढ़ाया है। अब तक घर से सूखा व गीला कचरा की निकासी नहीं हो रही है जिसके लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए दो संस्थाओं को जिम्मेदारी दी गई है। वैन घर तक जाएगी और कचरा प्रबंधन के गुर बताएगी।
जीआइजेड इंडिया व करो संभव नाम की यह दोनों संस्थाएं लोगों को जागरूक करेंगी। इसके लिए इन संस्थाओं ने हर वार्ड में अपनी टीम उतार भी दी है। दीपावली बाद यह दोनों ही संस्थाएं लोगों को गीला व सूखा कचरा अलग-अलग करने को जागरूक करने के लिए लोगों के घरों-घरों तक जाएगी। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा.एनपी सिंह ने बताया कि जनजागरुकता के लिए अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में इलेक्ट्रानिक कचरे के साथ ही प्लास्टिक कचरे व ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के संबंध में जागरुक करने के लिए मोबाइल वैन का संचालन किया जाएगा। 27 अक्टूबर को इसका उद्घाटन महापौर मृदुला जायसवाल ने कर भी दिया है।
जीरो कचरा के लिए शहर में उतरा नगर निगम
शहर में जीरो कचरा के लिए नगर निगम की पूरी टीम दो दिनों से मैदान में उतरी है। प्रयास है कि शहर में कचरा का नामोनिशान न रहे। कचरा उठान के लिए लगाए गए वाहनों के फेरे में बढ़ोतरी करते हुए करसड़ा कूड़ा प्लांट तक जाने वाले वाहनों के फेरे भी बढ़ाए गए हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा.एनपी सिंह का कहना है कि 24 घंटे कूड़ा उठान के लिए सफाई कार्य में जुटी टीम के सभी सदस्यों की छूट्टीयां रद्द कर दी गई है। कार्ययोजना बनाकर कूड़ा उठान कराया जा रहा है। सभी वाहनों के पांच फेरे किए गए हैं। यह वाहन आम दिनों में तीन फेरे ही लेते हैं। उनका कहना है कि दीपावली में कूड़े की मात्रा आम दिनों से दोगुने से भी च्यादा हो जाती है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह का कहना है कि रात्रिकालीन सफाई के लिए भी टीम तैनात की गई है। दुकानों व प्रतिष्ठानों के कूड़े रात में ही उठवाए जा रहे हैं ताकि कचरा सुबह सड़कों पर न दिखे।