वाराणसी में प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज में घायल सपाइयों से मिलने पहुंचे सपा के वरिष्ठ नेता
वाराणसी में सोमवार को कलेक्ट्रेट के पास धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज में घायल सपा कार्यकर्ताओं से मिलने मंगलवार को कई शीर्ष नेता भी पहुंचे।
वाराणसी, जेएनएन। जिले में सोमवार को कलेक्ट्रेट के पास धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज में घायल सपा कार्यकर्ताओं से मिलने मंगलवार को कई शीर्ष नेता भी पहुंचे। इस दौरान सपा नेता मनोज राय धूपचंडी और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह भी लाठीचार्ज में घायल सपा कार्यकर्ताओं से मिलने मंडलीय अस्पताल पहुंचे। इस दौरान दैनिक जागरण से बातचीत में दोनों नेताओं ने सपा कार्यकर्ताओं संग बर्बरता पर राज्य सरकार और जिला प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया।
सोमवार को सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के दौरान काशी विद्यापीठ के छात्र नेता राहुल सोनकर, राहुल राजभर सहित सात कार्यकर्ता घायल हो गए, जिनका मंडलीय में अस्पताल उपचार चल रहा है। वहीं करीब 15 से अधिक कार्यकर्ता चोटिल हुए हैं। वहीं प्रदर्शन कर रहे 51 सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने इस दौरान गिरफ्तार किया था। सोमवार की देर शाम पुलिस लाइन से 44 कार्यकताओं को अस्थायी जेल भेज दिया गया। कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन मामले में पुलिस ने शिवशंकर यादव, अमन यादव, किशन दीक्षित, राहुल सोनकर, राहुल सिंह यादव, संदीप साव, अखिलेश यादव, दीपचंद गुप्ता, किशन सेठ, रविकांत के साथ ही 150 अज्ञात के खिलाफ कैंट थाने में 7 सीएलए एक्ट, 51 आपदा प्रबंधन अधिनियम व महामारी अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
बोले सपा नेता शतरूद्र प्रकाश
एमएलसी शतरूद्र प्रकाश ने कहा कि सपा के नौजवान साथियों ने बेरोजगारी जैसे गंभीर सवाल पर बहादुरी से आवाज बुलंद की तो उनके साथ अपराधियों जैसा सलूक किया गया जो बिलकुल उचित नहीं है। लाठी और जेल से युवाओं के हौसले पस्त नहीं होंगे। हिंसात्मक तरीके से बेरोजगारी के सवाल के पीछे कानून-व्यवस्था का हवाला देकर अन्याय कहां तक उचित है। भाजपा सरकार इस बेरोजगारी की समस्या का हल निकाले नहीं तो यह मुद्दा सरकार परिवर्तन में तब्दील हो जाएगा। लोकचुनाव में प्रत्याशी रहीं शालिनी यादव भी सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज को निंदनीय करार दिया। कहा लाठी से जनता की आवाज को नहीं दबाया जा सकता।