संस्कृत विवि में अध्यापकों की नियुक्ति के लिए चयन समिति स्थगित, 23 मार्च को कार्य परिषद भी टली
कोरोना के संक्रमण को देखते हुए संपूर्णानंद संस्कृत विवि ने 20 मार्च से अध्यापकों की नियुक्ति के लिए होने वाला साक्षात्कार स्थगित कर दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए संपूर्णानंद संस्कृत विवि ने 20 मार्च से अध्यापकों की नियुक्ति के लिए होने वाला साक्षात्कार स्थगित कर दिया है। अध्यापकों की नियुक्ति के लिए विवि में 20, 21 व 22 मार्च को चयन समिति बुलाई गई थी। कुलसचिव राज बहादुर ने बताया कि 23 मार्च को होने वाली कार्य परिषद की बैठक भी स्थगित कर दी गई। वहीं कक्षाएं पहले ही दो अप्रैल तक स्थगित की जा चुकी हैं। उन्होंने विद्यार्थियों, अध्यापकों व कर्मचारियों को एक साथ एकत्र न होने का सुझाव दिया। अध्यापकों, अधिकारियों व कर्मचारियों को बगैर अनुमति के मुख्यालय न छोडऩे का भी सुझाव दिया गया है। दूसरी ओर परिसर स्थित पुरातात्विक संग्रहालय में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।
कई छात्रों ने छोड़ा हॉस्टल
कोरोना के मद्देनजर विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में कक्षाएं दो अप्रैल तक स्थगित कर दी गई हैं। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने दो अप्रैल तक परीक्षाएं स्थगित कर दी है। इसे देखते हुए विद्यापीठ व संस्कृत विश्वविद्यालय के कई छात्र हॉस्टल छोड़कर घर जाने भी शुरू कर दिए हैं। विद्यापीठ के चीफ वार्डेन डा. विनोद सिंह ने बताया कि आसपास जिलों के रहने वाले करीब आठ छात्र बुधवार को छात्रावास छोड़कर घर चले गए। हालांकि छात्रों को छात्रावास खाली करने का निर्देश नहीं दिया गया है। विद्यापीठ व संस्कृत विश्वविद्यालय के वार्डेनों ने बुधवार को छात्रावास में निरीक्षण किया। इस दौरान कर्मचारियों को छात्रावासों की साफ-सफाई का निर्देश भी दिया।
मॉब में विद्यार्थी फिर भी सैनिटाइजर व साबुन गायब
छात्रावासों में विद्यार्थी मॉब में रह रहे हैं। इसके बावजूद विद्यापीठ व संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रावासों में सैनिटाइजर व साबुन का अब तक प्रबंध नहीं किया गया है।
बाहरी व्यक्तियों से पूछताछ
शैक्षिक दफ्तर में बाहर से आने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है कि वह किस काम से आए हैं। एक-दो की संख्या में लोगों को कार्यालयों में प्रवेश दिया जा रहा है। बीएसए दफ्तर के द्वारा आधा चैनल बंद कर दिया गया है।
सफाई पर फोकस
काशी विद्यापीठ प्रशासन ने कार्यालयों की साफ-सफाई दिन में कम से कम चार बार करने का निर्देश दिया है।