मौत के मुंह से बचा तो लोगों को बांटने लगा मौत
जागरण संवाददाता वाराणसी क्राइम ब्रांच व खाद्य विभाग के छापे में शुक्रवार को मिले तेल को खाद्य
जागरण संवाददाता, वाराणसी : क्राइम ब्रांच व खाद्य विभाग के छापे में शुक्रवार को मिले तेल को खाद्य विभाग मिलावटी नकली खाद्य तेल मान रहा है। ये कारनामा करने वाला ओम प्रकाश जायसवाल उर्फ पुत्तन साहू एक बार गोली खा चुका है। वह मौत के मुंह से बाहर आया लेकिन लोगों को मौत देने वाला जहरीला खाद्य तेल बेचने लगा।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक नौ दिसंबर 2019 को उसे गोली मारी गई। गोली उसके हाथ में लगी। पुलिस ने इस मामले में 16 जनवरी 2020 को मनोज यादव उर्फ पुतपुल को असलहे के साथ गिरफ्तार कर लिया। वहीं नकली खाद्य तेल का आरोपित ओम प्रकाश इलाज के बाद ठीक होकर तो अस्पताल से बाहर आ गया लेकिन उसके पैसों की भूख समाप्त नहीं हुई। वह नकली तेल का कारोबार करने लगा। रुपयों के लालच में लोगों को मौत के मुंह में ढकेलने लगा। पता नहीं इस तेल का सेवन कर कितने लोग बीमार हुए कितने मौत के मुंह में समा गए।
हार्ट का रोगी हूं, शरीर से नहीं निकली है गोली
आरोपित तेल कारोबारी से पुलिस जब पूछताछ कर रही तो वह सीधे जवाब देने की बजाय हार्ट का रोगी होने की बात करने लग रहा है। साथ ही बताता रहा कि उसे जो दो गोली लगी थी वह उसके शरीर के अंदर ही है। इस कारण उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। ऐसी परिस्थिति में उस पर पुलिस टीम बहुत दबाव भी नहीं बना पा रही है। मिलावट के बहुत से राज नहीं खोल पा रही है।
शहर से लेकर गांव तक थी सप्लाई
एसेंस, कलर व राइस ब्रान मिलाकर बने सलोनी सरसों तेल और फाच्र्युन रिफाइन आयल की सप्लाई शहर से लेकर गांव तक की जाती थी। उन दुकानों की तलाश की जा रही है कि कहां-कहां सप्लाई थी।
चावल और सरसों मिलाकर कराता था पेराई
चावल, सरसों और केमिकल मिलाकर ब्रांडेड कंपिनयों का तेल बनाता था। रेपर कंपनी के कर्मचारी से चोरी-छिपे लेता था। कुछ रेपर कुछ प्रिटिग प्रेस में छपवाता था।