बलिया में सरयू नदी दोबारा चेतावनी बिंदु पार, बारिश से बढ़ सकती है तटवर्ती इलाकों में दुश्वारी
रह रहकर हो रही बरसात से दोबारा बाढ़ आने की सूरत बनने से तटवर्ती लोगों में चिंता और फसली सीजन को लेकर असमंजस भी बना हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल की प्रमुख नदियों में इस समय बाढ़ की स्थिति नहीं होने से एक ओर लोगों को राहत है तो दूसरी ओर रह रहकर हो रही बरसात से दोबारा बाढ़ आने की सूरत बनने से तटवर्ती लोगों में चिंता और फसली सीजन को लेकर असमंजस भी बना हुआ है। सोमवार को भी आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रहने से बाढ़ प्रभावित इलाकों में चिंता का माहौल बना रहा। बलिया जिले में सरयू नदी का जलस्तर घटने के बाद एक बार फिर से चेतावनी बिंदु पार कर चुका है। ऐसे में बलिया जिले में कटान भी शुरु होने से तटवर्ती गांवों में लोगों की चिंता बढ़ गई है। हालांकि गंगा का जलस्तर पूर्वांचल भर में घट रहा है मगर वाराणी में स्थिर होने की वजह से नौका संचालन 15 सितंबर के बाद शुरु होने को लेकर नाविकों में असमंजस है।
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट
सोमवार की दोपहर केंद्रीय जल अायोग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार मीरजापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया जिले में गंगा नदी का जलस्तर घटाव की ओर था। जबकि जौनपुर जिले में गोमती नदी का जलस्तर स्थिर है, वहीं सोनभद्र में रिहंद बांध का जलस्तर स्थिर हो गया है तो बाण सागर बांध सहित सोन नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। बलिया के तुर्तीपार में सरयू का जलस्तर स्थिर हो गया है। इसके आगे और घटने की उम्मीद विभाग ने जाहिर की है।
सरयू नदी से कटान
बलिया के दोकटी क्षेत्र के ग्राम पंचायत शिवपुर कपूर दियर के जगदीशपुर बिंद बस्ती के सामने तेजी से कटान हो रहा है। जबकि दोकटी क्षेत्र के शिवपुर व सती घााट भूसैला के बीच से भी कटान जारी है। वहीं आजमगढ़ में देवारा खास राजा के बगहवां के पुरवा में आबादी भूमि की कटान हो रही है। सोमवार की सुबह केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बलिया जिले के तुर्तीपार में सरयू नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु पार कर 63.07 मीटर पर स्थिर है। हालांकि इसके पीछे सरयू के जलस्तर में मामूली बढोतरी दर्ज की जा रही है। अगर बारिश दर्ज की गई तो नदी के जलस्तर में मामूली बढ़ाव हो सकता है। जबकि निचले इलाकों में फसल पूरी तरह चौपट हो चुकी है और पशुओं के लिए हरे चारे का अभाव हो गया है।