Corona virus का गढ़ बनी बनारस की सप्तसागर दवा मंडी, सतर्कता के बीच इस तरह खुली दुकानें
बनारस में Corona virus की मंडी बनी सप्तसागर दवा मंडी सतर्कता के बीच इस तरह खुली।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना वायरस प्रभावित दवा विक्रेता द्वारा मिली दुश्वारी के बीच मंडी सतर्कता के बीच खोल दी गई। फिलहाल सप्तसागर दवा मंडी में ग्राहक को अंदर जाने की अनुमति नही है, अंदर से दुकानदार का कर्मचारी दवाओं का लिस्ट ले जा रहा है और लेबर आकर बाहर माल दे जा रहा है। इस तरह मंडी तो खुली है मगर काम सतर्कता संग हो रहा।
बनारस जिले की सप्तसागर दवा मंडी कुछ दिन पूर्व इतनी चर्चित अचानक हो गई कि लोगों को यकीन ही नहीं आया कि पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी भी कोरोना वायरस की मंडी बन जाएगी। अचानक यहां के कोरोना संक्रमित कारोबारी से दवा कारोबार करने वाले लोग दवा ले तो गए मगर जानकारी होने पर संकट में भी आ गए। बाजार भर के अतिरिक्त पूर्वांचल के दवा कारोबारी भी अचानक दहशत में आ गए जब पता चला कि यहां का सबसे बड़ा एक कारोबारी समाज सेवा में भी लगा हुआ था जबकि वह कोरोना से संक्रमित हो चुका था।
इसके अतिरिक्त उसके परिवार के लोग भी जांच में कोरोना से ग्रसित पाए गए और उसके यहां कर्मचारी भी कोरोना से संक्रमित पाया गया। इसके बाद जिले के कई प्रमुख स्थानों को हॉटस्पॉट में बदल दिया गया। अचानक से बनारस जिला देश में चर्चा का केंद्र सप्तसागर मंडी की वजह से बन गया। आनन-फानन प्रशासन ने यह मंडी बंद करवा दी मगर दवा का बड़ा केंद्र होने की वजह से यह मंडी खोलना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी थी।
यह मंडी खुलने के बाद लोगों में भय तो बना हुआ है मगर दवा कारोबारियों की सतर्कता की वजह से काफी हद तक भीड़ पर नियंत्रण लगाया जा सका है। उम्मीद है कि इस क्षेत्र से अब कोई को रोना संक्रमित नहीं निकला तो यह सप्त सागर दवा मंडी भी प्रशासन जल्द ही आम जनता के लिए खोल देगा। दरअसल इस मंडी से पूर्वांचल के सभी बड़े दवा कारोबारियों के यहां सामान की आपूर्ति होती रही है। हालांकि प्रशासन ने संक्रमण पाए जाने के बाद मंडी को सैनिटाइज भी करवाया था मगर कारोबरियों में चिंता जस की तस है।