संस्कृत विवि में नियुक्ति को लेकर जिच कायम
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अध्यापकों की नियुक्ति को लेकर घमासान जारी है। अध्
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अध्यापकों की नियुक्ति को लेकर घमासान जारी है। अध्यापक जहां नियुक्ति प्रक्रिया निरस्त करने की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं कुलपति राजभवन का हवाला देते हुए नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाने को तैयार नहीं है। वहीं कर्मचारी व छात्रों का दोनों गुट भी अपनी-अपनी मांग को लेकर आंदोलन समाप्त करने के लिए तैयार नहीं है। इस प्रकार नियुक्ति को लेकर जिच कायम है।
विश्वविद्यालय में गुरुवार को साप्ताहिक अवकाश होने के बावजूद अध्यापक, कर्मचारी व छात्र धरने पर बैठे रहे। इसके चलते विश्वविद्यालय कामकाज पूरी तरह ठप रहा। वहीं दूसरी ओर नियुक्तियों को लेकर अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। अध्यापकों ने जहां कुलपति पर अपने चहेतों की नियुक्ति करने का आरोप लगाया है।
वंश परंपरा को कायम रखने के लिए विरोध : वहीं छात्रों के एक गुट ने अध्यापकों पर भाई-भतीजावाद फैलाने का आरोप लगाया है। छात्रों का आरोप है कि अध्यापकों व कर्मचारियों के परिवार से जुड़े लोगों कई लोग इस बार भी नियुक्ति के लिए आवेदन किए हैं। कुलपति बार-बार योग्यता के आधार पर नियुक्ति करने की बात कर रहे हैं। वहीं कुछ अध्यापक व कर्मचारी वंश परम्परा को कायम रखने के लिए नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं। वहीं छात्रों के दूसरे गुट ने धरना दे रहे पहले गुट को छात्र मानने को तैयार नहीं है।
छात्र नहीं फिर भी आंदोलन में शामिल : उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय शंकर पांडेय ने भी अध्यापकों के आंदोलन का समर्थन किया। कहा कि संबद्ध कालेजों में मनमाने तरीके से कुछ नियुक्तियां कर अपने समर्थन में छात्रों के एक गुट को आंदोलन पर बैठा दिए है। इस गुट में तमाम महाविद्यालय के अध्यापक भी शामिल है जो पूर्व में छात्रनेता रह चुके हैं। उन्होंने कुलपति से ऐसे अध्यापको का तत्काल वेतन रोकने की मांग की है। बहरहाल आरोप-प्रत्यारोप के चलते उत्पन्न तनाव को देखते हुए परिसर में पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गई है।