वाराणसी में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने पदयात्रा से संभाली सरकार के खिलाफ विरोध की कमान
Samajwadi Party Protest in Varanasi वाराणसी में समाजवादी पार्टी की ओर से पदयात्रा के दौरान केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों का विरोध प्रदर्शन का क्रम 63 वें दिन के आयोजन के साथ वाराणसी में पूरा हो गया।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। प्रदेश में उपचुनावों के बीच सरकार और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की ओर से आरोप प्रत्यारोप और हमले का दौर जारी है। इस बीच समाजवादी पार्टी की ओर से शहर में सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ पदयात्रा अभियान का दौर जारी है। वाराणसी में 'देश बचाओ- देश बनाओ' अभियान का दौर समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने संभाल रखी है।
भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ वाराणसी की अलग- अलग विधानसभाओं में पदयात्रा निकाली जा रही है। एक दिन पूर्व ही देश बचाओ देश बनाओ समाजवादी पदयात्रा के द्वितीय चरण के पांचवे दिन सुबह यह पदयात्रा शिवपुर विधानसभा के कादीपुर चौबेपुर से चलकर बनकट, बरबसपुर, सिंगुलपुरपुर, सोनबरसा, आजाद चौराहा, बरथरा, भगतुआ, मिश्रपुरा होते हुवे बलुआघाट पहुंचा। रास्ते भर इस पदयात्रा का बाजारों में क्षेत्रीय लोगों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया।
पदयात्रा में शामिल सदस्यों द्वारा ग्रामवासियों और बाजारों में रुक कर लोगों से समाजवादी पार्टी के जनकल्याणकारी नीतियों के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही वर्तमान भाजपा सरकार के जन विरोधी नीतियों को भी जनता के सामने रखा गया। पदयात्रा में शामिल लोगों ने रास्ते मे गांववासियों से वार्ता कर सरकार की नीतियों का जनता पर पड़ने वाले असर के बारे में भी बताया गया।
जनता को बताया कि किस प्रकार सरकार सभी सरकारी संपत्तियों को बेच रही है। सिलेंडर, पेट्रोल, डीजल, खाद्य प्रदार्थ की कीमतें किस तरह आसमान छू रही हैं। यह पदयात्रा बलुआपुल से होते हुवे चहनिया पहुंची जहां चंदौली के नेता और पदाधिकारियों द्वारा इसका स्वागत किया गया। इस पदयात्रा का रविवार को 63वां और वाराणसी में इस पदयात्रा का आखिरी दिन था।
पदयात्रियों को प्रभारी अभिषेक यादव ने भी संबोधित किया और बताया कि देश बचाओ देश बनाओ समाजवादी पदयात्रा का मतलब है देश को सांप्रदायिक शक्तियों से बचाना। आज देश में जिस प्रकार से नफरत की राजनीति हो रही है। हिंदू और मुसलमानों के बीच में नफरत की खाई पैदा की जा रही है। देश को इससे बचाने की जरूरत है। देश बनाओ का मतलब देश की एकता और अखंडता से है। भारत मे सभी धर्म और जाति के लोग रहते हैं सबको संविधान में यह अधिकार मिला है कि वह किसी भी धर्म का अनुसरण कर सकते हैं। इसी भाईचारे और आपसी सौहार्द को बनाए रखने का मकसद यात्रा में समाहित है।