सेना भर्ती की लिखित परीक्षा में पकड़ाया साल्वर, सीसीटीवी ने खोला राज, सेना ने कैंट पुलिस को किया सुपुर्द
छावनी क्षेत्र स्थित सैनिक स्कूल में रविवार को सेना भर्ती की लिखित परीक्षा हुई। इस दौरान दूसरे की परीक्षा दे रहा साल्वर पकड़ा गया।
वाराणसी, जेएनएन। छावनी क्षेत्र स्थित सैनिक स्कूल में रविवार को सेना भर्ती की लिखित परीक्षा हुई। इस दौरान दूसरे की परीक्षा दे रहा साल्वर पकड़ा गया। सेना के अफसरों ने उसे कैंट पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि इस मामले को लेकर कैंट पुलिस कुछ भी कहने से बच रही।
शिनाख्त में साल्वर गाजीपुर के सदर तहसील स्थित कलोवरा निवासी आनंद सिंह के तौर पर हुई। अभ्यर्थी की पहचान गाजीपुर के जगदीशपुर मरदह निवासी राम निवास चौहान के तौर पर हुई है। बताते हैं कि परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी राम सिंह चौहान ने बायोमेट्रिक जांच के बाद एक कागजात बाहर छूट जाने की बात कहते हुए गेट से निकला। इसके बाद वह अपनी जगह आनंद सिंह का इंट्री करा दिया। बायोमेट्रिक जांच कर रहे जवानों को शक हुआ तो उसे रोक दिया। बायोमेट्रिक मिलान और परिचय पत्र की जांच की गई तो वह पकड़ में आया। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज देखी गई जिसमें पूरी गतिविधि पकड़ी गई। बीते साल नवंबर माह में छावनी क्षेत्र के रणबांकुरे स्टेडियम में सेना भर्ती रैली का आयोजन किया गया था। शारीरिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा रविवार को सैनिक स्कूल में आयोजित थी। इस परीक्षा में 2600 अभ्यर्थी शामिल हुए। बता दें कि पहले भी विभिन्न परीक्षाओं में साल्वर पकड़े गए हैं।
सेना में महिलाओं के लिए अलग बटालियन
बरियासनपुर में रविवार को सैनिक वर्ल्ड इंग्लिश स्कूल का उद्घाटन करने आए लेफ्टिनेंट जनरल (मिलिट्री सेक्रेटरी इंडियन आर्मी) एके भट्ट ने पत्रकारों से कहा कि सेना में महिला और पुरुष को समान अवसर मिलता है। 100-100 महिलाओं का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित कर उनकी एक बटालियन भी बनाई जा रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के प्रस्तावित डिफेंस कॉरीडोर को एक दूरगामी परिणाम देने वाला कदम बताया।
कहा कि देश में हथियार बनने से युवाओं को रोजगार मिलेगा तो वहीं हथियारों आयात पर निर्भरता कम होगी। देश की उन्नति में शिक्षा, ईमानदारी, लगन एवं समर्पण बहुत जरूरी है। उसी के कारण ही हम यहां तक पहुंचे हैं। देश की उन्नति में शिक्षा का योगदान अहम है। अच्छी शिक्षा से ही हम अपनी सोच एवं देश को बुलंदियों की तरफ ले जा सकते हैं। राष्ट्र निर्माण में शिक्षक के साथ माता व पिता का भी बहुत बड़ा योगदान होता है। अभिभावक अपने बच्चों की प्रतिभा को परखें और प्रोत्साहित करें। इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा। देश के अनुशासित, समर्पित और संवेदनशील नागरिक बनने में शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी है। इस मौके पर ब्रिगेडियर 39 जीटीसी हुकुम सिंह बैसला, सैनिक स्कूल 39 जीटीसी की प्रिंसिपल रोसम्मा कुरियन आदि ने भी विचार रखे।