लाभकारी औषधीय गुणों से भरपूर है सहिजन, चर्म रोगों में भी कारगर
्रकृति की अनमोल संपदा सहजन बहुत ही लाभकारी औषधीय गुणों से भरपूर है। यह कई रोगों में कारगर है यहां तक की चर्मरोग के इलाज में भी इसका प्रयोग होता है।
जौनपुर, जेएनएन। प्रकृति की अनमोल संपदा सहजन बहुत ही लाभकारी औषधीय गुणों से भरपूर है। यह शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर अनेक बीमारियों से बचाता है। इसकी फली एवं फूल से सब्जी की आवश्यकता भी पूरी होती है। चिकित्सकों के अनुसार सहिजन प्रजनन व मूत्र संबंधी बीमारियों की प्रमुख औषधि है। जनपद से बड़े पैमाने पर सहिजन पश्चिम बंगाल समेत दूसरे प्रांतों को भेजा जाता है। आयुर्वेद चिकित्सक डा. बीपी गुप्ता के अनुसार सहजन त्रिदोष (वात, पित्त, कफ) शामक औषधीय गुणों से भरपूर होता है। यह शरीर में अनेक सूक्ष्म तत्वों की आवश्यकता की पूर्ति करता है। महिलाओं में होने वाली अनेक व्याधियों को दूर करता है। प्रजनन एवं मूत्र रोग का नाश करता है। इसकी पत्तियां एवं छाल का प्रयोग चर्म रोग के उपचार के लिए किया जाता है। फली एवं फूल की सब्जी बनाकर उपयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि आदिवासी संस्कृति के लोग अनवरत इसका भोजन में उपयोग करते हैं। परिणाम स्वरूप उनके शरीर को यह औषधीय परिणाम देता है। सूक्ष्म तत्वों की पूर्ति कर उन्हें निरोग व बलवान बनाए रखता है। चर्मरोग से पीड़ित लोग चर्म रोग के उपचार के लिए इसकी पत्तियों एवं छाल का उपयोग करते हैं। दक्षिण भारतीय इसका प्रयोग सांभर बनाने में करते हैं। वे बीजयुक्त मोटी फली से सांभर बनाते हैं। सब्जी बनाने में फली एवं फूल का उपयोग किया जाता है। लोग दाल में इसकी फली को पकाकर खाते हैं जो बहुत पौष्टिक होता है। सभी आयु वर्ग के लोगों को विशेषतया महिलाओं को सहजन का सेवन करना चाहिए।