वाराणसी में दो और शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार, दो-दो जनपदों से वेतन उठाने से जुड़ा है मामला
वाराणसी में एक ही पैन नंबर पर दो-दो जिलों के परिषदीय विद्यालयों से वेतन उठाने वाले दो शिक्षकों ने अब तक अपना जवाब नहीं दिया है जिसके बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
वाराणसी, जेएनएन। एक ही पैन नंबर पर दो-दो जिलों के परिषदीय विद्यालयों से वेतन उठाने वाले दो शिक्षकों ने अब तक अपना जवाब नहीं दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग इन शिक्षकों को अपना पक्ष रखने के लिए दो बार नोटिस दे चुका है। दूसरी नोटिस में 11 जुलाई तक जवाब देने को कहा गया था। इसके बावजूद वह जांच समिति के समक्ष उपस्थित नहीं हुए। विभाग अब इन शिक्षकों को और मौका नहीं देगा। अब इन दोनों शिक्षकों की बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
जांच समिति को जवाब देने में हीलाहवाली कर रहे शिक्षक
एक ही पैन नंबर पर दो-दो जनपदों से वेतन उठाने वाले सूबे में कुल 192 अध्यापक चिह्नित किए गए थे। इसमें वाराणसी के छह शिक्षक भी शामिल हैं। इन शिक्षकों को गत दिनों बीएसए ने नोटिस भी दिया था। चार शिक्षकों ने निर्धारित समय सीमा में अपना जवाब जांच समिति को दे दिया है। वहीं पूर्व माध्यमिक विद्यालय (मुरेरी-चोलापुर) के शिक्षक महात्मा यादव व प्राथमिक विद्यालय (देईपुर-सेवापुरी) के अनुराग त्रिपाठी जांच समिति को स्पष्टीकरण देने में हीलाहवाली कर रहे हैं।
बोले बीएसए, बनारस में नौकरी कर रहे महात्मा व अनुराग फर्जी हैं
बीएसए ने बताया कि महात्मा के नाम पर बलिया में व अनुराग के नाम पर आंबेडकर नगर में भी मई तक वेतन उठाया गया है। कहा कि बलिया से लगायत आंबेडकर नगर तक पड़ताल की जा चुकी है। बनारस में नौकरी कर रहे महात्मा व अनुराग फर्जी हैं। दोनों जनपदों से भी इसकी पुष्टि हो चुकी है। वहीं दोनों शिक्षक कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। स्पष्टीकरण के लिए अब उन्हें और मौका नहीं दिया जा सकता है। दोनों शिक्षकों की फाइल तैयार की जा रही है ताकि बर्खास्त करने के साथ ही उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा सके। कहा कि बर्खास्तगी की कार्रवाई दो दिन के भीतर पूरी कर ली जाएगी।