मॉक टेस्ट से दूर होगी ईवीएम हैकिंग की अफवाह, लगाए गए 120 मास्टर ट्रेनर
अक्सर चुनाव के पहले ईवीएम हैकिंग की अफवाह चुनाव के दौरान सुनने को मिलती है। चुनाव आयोग ने मतदान केंद्र पर मॉक टेस्ट कराने का निर्देश दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। अक्सर चुनाव के पहले ईवीएम हैकिंग की अफवाह चुनाव के दौरान सुनने को मिलती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए चुनाव आयोग ने कदम उठाया है जिसमें लोकसभा चुनाव के पहले जनता के बीच ईवीएम को हैक करने की अफवाहों से बचने के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव से पहले देश के हर मतदान केंद्र पर मॉक टेस्ट कराने का निर्देश दिया है। वाराणसी में एक फरवरी से मतदान केंद्रों पर मॉक टेस्ट शुरू हो चुका है। खास बात यह है कि ईवीएम के साथ वीवीपैट मशीनों को भी लगाया गया है जिसमें ईवीएम द्वारा मतदान करने के बाद सात सेकेंड तक मतदान करने वाला व्यक्ति वीवीपैट मशीन के डिस्पले पर यह देख सकता है कि उसका मतदान किस चुनाव चिह्न पर गया है। इससे वह तुरंत संतुष्ट हो सकेगा और किसी भी प्रकार की भ्रामक जानकारी को दूर कर सकेगा। इसके लिए जिले में 120 मास्टर ट्रेनरों की टीम लगाई गई है जो चुनाव के पहले चलने वाले इस जागरूकता अभियान का संचालन करेंगे। अब मोबाइल वैन करेगी जागरूक :
ईवीएम के प्रति जागरूकता लोगों को जागरुक करना जरूरी है इसके लिए 10 फरवरी से जिले में चार मोबाइल वैन का संचालन होगा। मतदान स्थल पर चल रहे जागरूकता अभियान के साथ डिजिटल विधि से लोगों को जागरूक करेगा। फरवरी के अंत तक सभी 2920 बूथों पर पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए वैन को प्रतिदिन 100 से अधिक मतदान स्थलों पर ले जाया जाएगा। मॉक टेस्ट से ईवीएम हैकिंग से जुड़ी हर तरह की अफवाह से निजात मिलेगा।