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Road safety week खुद की सुरक्षा के लिए हेलमेट व सीट बेल्ट जरूर लगाएं, यातायात नियमों का करें पालन

Road safety week हेलमेट और सीट बेल्ट लगाने के लिए चालकों को खुद जागरूक होना पड़ेगा। उससे उनकी जानमाल की ही सुरक्षा होगी। कार्रवाई कर जिंदगी नहीं लौटाई जा सकती।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 11:21 AM (IST)Updated: Wed, 24 Jun 2020 05:15 PM (IST)
Road safety week खुद की सुरक्षा के लिए हेलमेट व सीट बेल्ट जरूर लगाएं, यातायात नियमों का करें पालन
Road safety week खुद की सुरक्षा के लिए हेलमेट व सीट बेल्ट जरूर लगाएं, यातायात नियमों का करें पालन

वाराणसी, [जेपी पांडेय]। सिगरा चौराहे पर दोपहर 2.38 बजे बाइक सवार दो युवक जा रहे थे। वे हेलमेट नहीं लगाए थे। ट्रैफिक सिपाही ने हाथ दिया तो उन्होंने बाइक रोक दी। सिपाही ने पूछा हेलमेट कहां है तो बाइक सवार युवकों ने कहा, यह क्या है। बाइक में हमेशा हेलमेट लटका रहता है ताकि घर पर भूलें नहीं। सिपाही ने कहा, हेलमेट बाइक चलाने वाले को लगाना होता है, न की वाहन में लटकाने के लिए। यातायात विभाग ने हेलमेट नहीं लगाने पर बाइक का चालान कर दिया।

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ट्रैफिक सिपाही ने कहा कि हेलमेट आपकी सुरक्षा के लिए है। सख्त कानून बनने के साथ बाइक सवार हेलमेट तो कार चालक सीट बेल्ट लगाने लगे हैं लेकिन अभी और सख्ती बरतने के साथ जागरूकता की भी जरूरत है। मलदहिया चौराहे पर शाम 5.23 बजे कार चालकों का भी यही हाल था। वे जिंदगी को खतरे में डाल बिना सीट बेल्ट लगाए सफर करते दिखे। वैसे इन लोगों के लिए ये कोई नई बात नहीं है। ऐसा नहीं कि जिम्मेदार हेलमेट और सीट बेल्ट लगाने के लिए चालकों पर सख्ती नहीं बरतते। इनकी सख्ती का असर है कि जनवरी से अब तक हुए चालान ने पिछले साल के रिकार्ड को पीछे छोड़ दिया।

पिछली सीट पर बैठे, नहीं लगाते हेलमेट

नए कानून में स्पष्ट है कि दोपहिया वाहन चालक के साथ पिछली सीट पर बैठने वाला भी हेलमेट लगाए लेकिन यह आदेश अमल में नहीं आ सका। पुलिस, यातायात और परिवहन विभाग का ज्यादा फोकस चालक पर ही होता है। स्थिति यह है कि अधिकारी उनसे पूछते तक नहीं हैं। 

चौराहे पर बढ़ा देते हैं रफ्तार

नए व्हीकल एक्ट के तहत यातायात, पुलिस और परिवहन विभाग ने कार्रवाई शुरू की तो वाहन चालकों में हड़कंप मच गया। वे चालान और जुर्माना से बचने के लिए सिपाही देखते ही रास्ता बदल देते हैं या अपने वाहन की रफ्तार बढ़ा देते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हेलमेट और कार में सीट बेल्ट नहीं लगाने पर ट्रैफिक सिपाही उन्हें दौड़ाकर पकड़ लेते हैं। ऐसे में हादसा होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

सख्ती से कार्रवाई की जरूरत

चौराहे पर तैनात सिपाही बड़े वाहनों की तुलना में दोपहिया वाहन पर ज्यादा फोकस करते हैं। चार पहिया वाहन चालक बहुत कम सीट बेल्ट लगाकर चलते हैं। देखने के बाद भी चौराहे पर तैनात सिपाही कोई कार्रवाई नहीं करते हैं।  

जनवरी से अब तक चालान के आंकड़े

परिवहन विभाग

सीट बेल्ट न लगाने पर चालान-  501

हेलमेट न लगाने में चालान-   1236

यातायात विभाग

सीट बेल्ट में चालान-   3245

हेलमेट में चालान-      12384

कार्रवाई कर नहीं लौटाई जा सकती जिंदगी

एआरटीओ एके राय ने बताया कि हेलमेट और सीट बेल्ट लगाने के लिए चालकों को खुद जागरूक होना पड़ेगा। उससे उनकी जानमाल की सुरक्षा है। कार्रवाई कर उनकी जिंदगी नहीं लौटाई जा सकती।


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