Move to Jagran APP

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में यूजीसी नेट के तर्ज पर अब वर्ष में दो बार होगी शोध प्रवेश परीक्षा

विद्यापीठ प्रशासन ने अब यूजीसी नेट के तर्ज पर वर्ष में दो बार शोध प्रवेश परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। हाल में ही जारी शोध परीक्षा के परिणाम के आधार पर शोधार्थियों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है।

By Abhishek sharmaEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 09:50 AM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 09:50 AM (IST)
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में यूजीसी नेट के तर्ज पर अब वर्ष में दो बार होगी शोध प्रवेश परीक्षा
शोध परीक्षा के परिणाम के आधार पर शोधार्थियों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है।

वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में रिसर्च मानक के काफी काफी पीछे चल रहा है। इसका असर शिक्षकों का एकेडमी रिकार्ड पर पड़ रहा है। जबकि शिक्षकों के प्रदोन्नति में रिसर्च पर भी अंक निर्धारित है। इसे देखते हुए विद्यापीठ प्रशासन ने अब यूजीसी नेट के तर्ज पर वर्ष में दो बार शोध प्रवेश परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी गई है। इस क्रम में एक ओर जहां हाल में ही जारी शोध परीक्षा के परिणाम के आधार पर शोधार्थियों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। वहीं मार्च में प्रवेश परीक्षा कराने की रूपरेखा भी बनाई जा रही है।

loksabha election banner

काशी विद्यापीठ में वर्ष 2016 के बाद वर्ष 2020 में शोध प्रवेश परीक्षा कराई गई थी। चार वर्षों के बाद शोध प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट हाल में ही जारी किया गया। विभागाध्यक्षों को प्रवेश परीक्षा के आधार पर साक्षात्कार आयोजित करने निर्देश दिया गया है ताकि शोधार्थियों का पंजीकरण हो सके। दूसरी ओर विद्यापीठ प्रशासन दाखिले के साथ-साथ परीक्षाओं को लेकर भी मंथन तेज कर दिया है। कोरोना काल में सत्र काफी विलंबित चल रहा है। नए सत्र में अब तक दाखिला पूर्ण नहीं हो सका है। विद्यापीठ प्रशासन का दावा है कि दाखिले की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। विभागों को प्रथम खंड की कक्षाएं भी यथाशीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया गया है। अतिरिक्त कक्षाएं लेकर कोर्स पूरा कराने का निर्देश है ताकि सत्र को नियमित किया जा सके। इस क्रम में प्रवेश पूरा होते ही परीक्षाओं का दौर शुरू हो जाएगा।

इस बाबत कुलसचिव डा. एसएल मौर्य ने बताया कि स्नातक की बैक परीक्षाएं इसी माह में कराई जाएंगी। इसके लिए तीन दिनों के भीतर टाइम टेबल भी जारी कर दिए जाएंगे। इसक्रम में फरवरी में स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं कराने पर विचार किया जा रहा है। जबकि द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं वहीं मार्च में प्रस्तावित है। अप्रैल में स्नातक की वार्षिक परीक्षाएं तथा मई में स्नातकोत्तर सेमेस्टर परीक्षाएं कराने की योजना है। उन्होंने बताया कि अगले सत्र में दाखिले का आवेदन मार्च में जारी किया जाएगा। स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों के संग शोध प्रवेश परीक्षा के  भी आवेदन पत्र मांगे जाएंगे। सभी कक्षाओं में प्रवेश परीक्षाएं जून के अंतिम सप्ताह में कराने की योजना है ताकि सत्र नियमित बनाए रखा जा सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.