'अंडरग्राउंड बाजार' पर सरकार को रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, वाराणसी : अति संवेदनशील श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र से 100 मीटर दूर दालमं
जागरण संवाददाता, वाराणसी : अति संवेदनशील श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र से 100 मीटर दूर दालमंडी मे अंडरग्राउंड बाजार की जानकारी सलाा के गलियारे तक पहुंच गई है। पीएम के संसदीय क्षेत्र मे गुपचुप तरीके से बाबा दरबार के समीप चल रहे इस खेल की रिपोर्ट मिलते ही योगी सरकार भी चौकन्ना हो गई है। एसएसपी आरके भारद्वाज ने इस प्रकरण की रिपोर्ट प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी कार्यालय के साथ ही डीजी इंटेलीजेस भावेश कुमार को भेज दी है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने वर्क सुपरवाइजर व चतुर्थ श्रेणी कर्मी को निलंबित कर दिया है। एक सहायक अभियंता, दो जेई को निलंबित करने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। जोनल प्रभारी को कारण बताओ नोटिस देने के साथ ही निर्माणाधीन भवन को सील कर दिया गया है।
दालमंडी मे बनाए गए अंडरग्राउंड बाजार के मामले मे फेल सेट्रल व स्टेट की खुफिया एजेसियो के साथ ही लोकल पुलिस व अन्य कार्यदायी संस्थाओ के खिलाफ रिपोर्ट तैयार करने के लिए एसएसपी ने एसपी सिटी के नेतृत्व मे टीम गठित की है। एसएसपी ने बताया कि जांच मे प्रमुख बिंदु है कि निर्माण कार्य कब शुरू हुआ, निर्माण शुरू होने से अब तक कौन-कौन पुलिसकर्मी चौक, दशाश्वमेध इलाके मे तैनात रहे। एलआइयू व आइबी के कितने अधिकारी, कर्मचारी इस क्षेत्र की रिपोर्ट करते थे। एलआइयू व आइबी समेत अन्य सक्रिय खुफिया एजेसियो या पुलिस की ओर से कभी उनकी रिपोर्ट मे इसका जिक्र आया कि दालमंडी मे अवैध तरीके से अंडरग्राउंड निर्माण चल रहा है। वही राजधानी मे बैठे आला अधिकारी एसएसपी से फोन पर वार्ता कर हालात और कार्रवाई के बाबत जानकारी ले रहे है। एसएसपी ने दो दिन पूर्व रात्रि गश्त के दौरान अति संवेदनशील इलाके मे बनाए जा रहे अंडरग्राउंड बाजार का खुलासा किया था। विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र के रेड जोन से कुछ दूरी पर चल रहे इस खेल की भनक तक प्रशासन को नही मिल सकी थी। इसके बाद विकास प्राधिकरण भी सक्रिय हुआ।
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पुलिस से लेकर वीडीए, नगर निगम तक दोषी
एसएसपी आरके भारद्वाज ने बुधवार को पुलिस लाइन मे मीडिया से बातचीत मे कहा कि दालमंडी क्षेत्र मे अंडरग्राउंड निर्माण सुरक्षा के लिहाज से बड़ी चूक है। इसमे पुलिस महकमे से लेकर वीडीए, नगर निगम और खुफिया एजेसियो की विफलता है। डीएम ने भी जांच शुरू करा दी है। लापरवाही और चूक किस स्तर पर हुई, जिनके कार्यकाल मे निर्माण कार्य शुरू हुआ से लेकर अब तक के लोगो को किसी कीमत पर नही बख्शा जाएगा। वीडीए की रिपोर्ट मे संबंधित लोगो पर कार्रवाई की जाएगी।