पीबीडी में हुए 'तीन करोड़ के खेल' की रिपोर्ट विदेश मंत्रालय ने की तलब, हो सकती है कार्रवाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 21 जनवरी से 23 जनवरी 2019 तक आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन के दौरान काम कर रही कुछ कंपनियों ने जमकर फर्जी बिल लगाए।
वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 21 जनवरी से 23 जनवरी 2019 तक आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन के दौरान काम कर रही कुछ कंपनियों ने जमकर फर्जी बिल लगाए। कमिश्नर दीपक अग्रवाल की जांच में मिला कि दो कंपनियों ने लगभग तीन करोड़ रुपये का फर्जी बिल बनाया। विदेश मंत्रालय ने ओवर बिलिंग के मामले को संज्ञान में लेते हुए रिपोर्ट तलब की है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल और मुख्य विकास अधिकारी गौरांग राठी गुरुवार को रिपोर्ट लेकर दिल्ली जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय की टीम के साथ वहां बैठक होगी। बैठक में दोनों कंपनियों के प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया है। उक्त रिपोर्ट की जांच करने के बाद कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान इवेंट मैनेंजमेंट की जिम्मेदारी इंनकंपास कपंनी, ट्रांसपोर्ट की जिम्मेदारी केटीसी को दी गई थी। इवेंट कंपनी ने वेबसाइट बनाने के नाम पर पंद्रह लाख रुपये का बिल बनाया था जबकि जांच में जानकारी आई कि लगभग साढ़े सात लाख रुपये में ही उक्त वेबसाइट तैयार की जा सकती थी। केटीसी ने मेहमानों को ले आने-जाने के लिए जो गाडिय़ां लगाई थी, प्रति किलोमीटर का किराया दो गुना से अधिक का बिल बनाया था।
प्रवासी भारतीय दिवस के दौरान ही उक्त कंपनियों की कमियां सामने आ गई थी। जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर शासन ने मामले में छह सदस्यीय कमेटी गठित की थी। कमेटी में कमिश्नर, मुख्य विकास अधिकारी, विदेश मंत्रालय, एनआरआइ विभाग से जुड़े अधिकारी शामिल हैं।
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