दशानन रावण के जन्म के साथ ही शुरू होगी रामनगर की विश्व प्रसिद्ध मुक्ताकाशीय रामलीला Varanasi news
विश्व प्रसिद्ध रामलीला की रंगत रामनगर में दो दिन पहले मंगलवार को ही निखरने लगी। दुर्ग द्वार के समीप मोटरखाने से पुष्पक विमान व रथ निकाले गए।
वाराणसी, जेएनएन। विश्व प्रसिद्ध रामलीला की रंगत रामनगर में दो दिन पहले मंगलवार को ही निखरने लगी। दुर्ग द्वार के समीप मोटरखाने से पुष्पक विमान व रथ निकाले गए। उनके नट बोल्ट व पहिए कसे गए। लीला में उपयोग किए जाने वाले अन्य साजो सामान चमकाने जाने लगे। रामबाग समेत लीला स्थलों पर भी सफाई व रंग रोगन के लिए मजदूरों की पूरी फौज ही उतार दी गई। रामलीला का अनंत चतुर्दशी पर गुरुवार को श्रीगणेश होगा।
ठीक शाम पांच बजे रामबाग लीला स्थल में रावण जन्म और रामावतार की भविष्यवाणी के साथ ही दुनिया के अनूठे रंगमंच का पर्दा उठेगा। इसमें बाग स्थित पोखरा क्षीर सागर का रूतबा पाएगा और शेष शैय्या पर लेटे श्रीहरि की झांकी निखर जाएगी। इसके लिए देश-विदेश से लीला प्रेमियों के जत्थे आएंगे। रामलीला पूरे एक माह तक चलेगी। इसके लिए इंतजाम चाक -चौबंद करने में दुर्ग प्रशासन सुबह से लेकर देर रात तक जुटा रहा।
दोहा चौपाई गायन अंतिम दौर में : रामलीला के क्रम में भाद्र शुक्ल चतुर्थी से रामलीला पक्की पर चल रहे बालकांड के 175 दोहे-चौपाइयों का गायन बुधवार शाम को पूरा कर लिया जाएगा। वास्तव में रामायणी दल दस दिनों तक उन प्रसंगों का गायन करता है जिनका लीला में मंचन नहीं किया जाता। एक दिन पहले यह क्रम पूरा कर लिया जाएगा। रामलीला की सकुशल संपन्नता के लिए पूजन अनुष्ठान तो होंगे ही शाही सवारी का नगर के प्रमुख मार्गों पर पूर्वाभ्यास भी किया जाएगा।