वाराणसी के डीआरएम ऑफिस में करंट से रेलकर्मी की मौत, मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय टीम गठित
वाराणसी के लहरतारा स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल कार्यालय परिसर में रविवार को सुबह 10.30 बजे हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से रेलकर्मी की मौत हो गई।
वाराणसी, जेएनएन। लहरतारा स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल कार्यालय परिसर में रविवार को सुबह 10.30 बजे हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से रेलकर्मी की मौत हो गई। घटना के बाद अचेत रेलकर्मी को पूर्वोत्तर रेलवे अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय टीम का गठन किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार मूलरूप से सासाराम निवासी पुलेंद्र सिंह (28) पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के विद्युत विभाग में खलासी के पद पर कार्यरत था।
रविवार को सुबह पहले शिफ्ट में ड्यूटी के दौरान वह डीआरएम दफ्तर के पीछे पैनल रूम में स्वीच का लोड चेक कर रहा था। इसी पैनल रूम से नियंत्रण कक्ष समेत पूरे कार्यालय परिसर में विधुत आपूर्ति होती है। लोड टेस्टिंग के दौरान अचानक वह करंट की चपेट में आ गया। वहां मौजूद साथी कर्मचारियों ने फौरन सप्लाई रोक कर पुलेंद्र को बाहर निकाला। उसे उपचार के लिए नजदीकी पूर्वोत्तर रेलवे के मंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की जांच के लिए चीफ इलेक्ट्रिक जनरल इंजीनियर व चीफ सेफ्टी ऑफिसर की मौजूदगी में उच्च स्तरीय टीम का गठन किया गया है। पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
करेंट की चपेट में आया किशोर, मौत
मछलीशहर कोतवाली अन्तर्गत कान्हापुर गांव में करंट की चपेट मे आने से किशोर की मौत हो गई। ग्राम निवासी इलियास का 11 वर्षीय पुत्र अरसद शनिवार की देर सायंकाल घर पर अकेला था। संभवत उसने लेटे-लेटे ही पैर से फर्राटा पंखा अपनी तरफ मोड़ने का प्रयास किया। करंट आने के कारण पंखा पैर में चिपक गया। परिजन जब घर पहुंचे तो देखा कि वह स्वयं जमीन पर गिरा पड़ा था और पंखा उसके पैर पर गिरा हुआ था। पैर पर काले रंग का निशान बन गया था। परिजन उसे लेकर सामुदायिक केंद्र मछलीशहर ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।