मूर्ति क्षतिग्रस्त होने पर हंगामा, अविमुक्तेश्वरानंद पर मुकदमा
वाराणसी : जैतपुरा थाना क्षेत्र के औसानगंज गुलाब बाग स्थित उर्वेश्वर महादेव मंदिर परिसर में स्थापित साई की मूर्ति किसी अराजक तत्व ने क्षमिग्रस्त कर दी।
वाराणसी : जैतपुरा थाना क्षेत्र के औसानगंज गुलाब बाग स्थित उर्वेश्वर महादेव मंदिर परिसर में स्थापित साई बाबा की मूर्ति को बुधवार को कुछ अराजकतत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग हो हल्ला मचाने लगे। कुछ देर बाद जैतपुरा इंस्पेक्टर विजय चौरसिया मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया। इस मामले में पुलिस ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद व किशन जायसवाल सहित 20 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
ज्योतिष एवं द्वारिका पीठ के शकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती सुबह मंदिर में दर्शन के लिए गए थे। बाहर निकलने के बाद वे शिष्यों संग चल दिए। इस बीच कोई अंदर गया तो साई प्रतिमा की अंगुली टूटी देख शोर मचाने लगा। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर जुटे और हंगामा करने लगे। सूचना पर पुलिस पहुंची। लोगों का आरोप था कि स्वामी जी व उनके शिष्यों ने मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया है। हंगामा बढ़ता देख मंदिर में लगे सीसी फुटेज खंगाले गए तो पता चला कि स्वामी जी मंदिर में आते और जाते समय दिखे। इस मामले में आसपास के लोगों की तहरीर पर जैतपुरा पुलिस ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद व किशन सहित 20 अज्ञात के खिलाफ 147, 149, 295, 295 (क), 153 क, 505 (2) (3) आईपीसी की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। उधर, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आरोप को निराधार बताया हैं। उन्होंने कहा कि काशी खंडोक्त में वर्णित मंदिरों में इस समय मेरा दर्शन पूजन का कार्यक्रम चल रहा हैं। पड़ाव का आठवा दिन था। मूर्तियों को तोड़ने से बचाने के लिए मैं प्रयास कर रहा हूं तोड़ने का प्रश्न ही नहीं उठता। बताया कि चूंकि हम लोग सनातन धर्म के मंदिरों में साई बाबा के मंदिर के स्थापना के विरुद्ध है। बावजूद हम या हमारे भक्त किसी भी मंदिर में स्थापित मूर्ति को तोड़ने में विश्वास नहीं करते।