Move to Jagran APP

BHU राजनीति विज्ञान विभाग में पीएचडी में धांधली को छात्र पेट्रोल लेकर करने लगा धरना प्रदर्शन

शनिवार को बीएचयू स्थित कला संकाय के राजनीति विज्ञान विभाग में पीएचडी में धांधली को लेकर एक छात्र पेट्रोल लेकर धरना प्रदर्शन करने लगा तो परिसर में हड़कंप मच गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 11 Jan 2020 03:56 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 04:41 PM (IST)
BHU राजनीति विज्ञान विभाग में पीएचडी में धांधली को छात्र पेट्रोल लेकर करने लगा धरना प्रदर्शन
BHU राजनीति विज्ञान विभाग में पीएचडी में धांधली को छात्र पेट्रोल लेकर करने लगा धरना प्रदर्शन

वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू से विवादों का साया मानो दूर होने का नाम ही नहीं ले र‍हा है। इसी कड़ी में शनिवार को बीएचयू स्थित कला संकाय के राजनीति विज्ञान विभाग (सामाजिक विज्ञान संकाय) में पीएचडी में धांधली को लेकर एक छात्र पेट्रोल लेकर धरना प्रदर्शन करने लगा तो परिसर में हड़कंप मच गया। विभाग के छात्र सुमित सिंह का आरोप है कि विवि में पीएचडी प्रवेश परीक्षा में धांधली की जा रही है जिसकी वजह से छात्रों का भविष्‍य संकट में आ गया है। 

loksabha election banner

शनिवार को विवि के छात्र सुमित सिंह ने महामना की तस्‍वीर के सामने दीप जलाकर सत्‍याग्रह शुरू किया। कहा कि जब तक छात्राें के हितों को लेकर विवि प्रशासन गंभीर नहीं होगा तबतक आमरण अनशन जारी रहेगा। छात्र ने इस दौरान अपने साथ एक बोतल में पेट्रोल रख दिया जिसको लेकर विवि में काफी चर्चा रही। वहीं मौके पर विवि प्रशासन या विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में धरना प्रदर्शन कर रहे छात्र की मांग है कि पीएचडी में सीटें बढ़ाई जाएं, विभाग में जो प्रोफेसर शोध कराना चाहते हैं उनकी सीट को बहाल किया जाए। 

सीट क्यों बढाई जाए के मामले में तर्क दिया कि चूंकि दो वर्ष से कोई भी सीट नहीं आई है तो सीटों को बढ़ाना चाहिए। विभाग का कहना है कि जिस प्रोफेसर की सेवा अवधि तीन वर्ष से कम है वे शोध नहीं करा सकते तो अभी तीन महीने पहले समाज शास्त्र तथा इतिहास भिभग में जिनकी सेवा अवधि तीन वर्ष से कम है तो वहां शोध क्यों हो रहा है। दूसरा तर्क विभाग के ही विभागाध्यक्ष रह चुके प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्र डीलिट कैसे करा रहे हैं। उनके अभिभावक की इसी माह के बाद सेवा अवधि समाप्त हो रही है। कहा कि यदि हमारी शोध संबंधी मांगें नहीं मानी गई तो हम इसके बाद अनिश्चितकालीन धरना देने पर विवश होंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.