संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, कार्य से रहे विरत
संस्कृत विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया। प्रतिकूल प्रतिष्टि से नाराज कर्मचारियों ने गोपनीय थैले का वितरण भी ठप करा दिया।
वाराणसी, जेएनएन । संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने शनिवार को कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ तो परीक्षा का समय टलने की प्रबल संभावना है। इससे पूर्व शुक्रवार को भी वित्त अधिकारी (एफओ) द्वारा मनोज शंकर शर्मा को प्रतिकूल प्रतिष्टि दिए जाने से नाराज कर्मचारियों ने गोपनीय थैले (प्रश्नपत्र) का वितरण भी ठप करा दिया। और नारेबाजी की। दो राउंड कुलपति से वार्ता होने के बाद भी कोई सहमति नहीं बन सकी। ऐसे में 31 दिसंबर से होने वाली आचार्य प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा को लेकर संकट गहरा गया है।
कर्मचारियों का कहना है कि गत दिनों वित्त अधिकारी एके द्विवेदी व मनोज के बीच झड़प हो गया था। हालांकि दूसरे दिन मनोज को अपनी गलती का अहसास हुआ। उन्होंने एफओ से लिखित माफी मांग ली। उन्होंने माफ भी कर दिया था। इस बीच एफओ ने गुपचुप तरीके से मनोज को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का आदेश दे दिया। इसकी भनक लगते ही कर्मचारी आंदोलित हो उठे। उन्होंने केंद्रीय कार्यालय बंद करा दिया। इसे देखते हुए अस्वस्थ होने के बावजूद कुलपति ने कर्मचारियों संघ के प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए आवास पर बुलाया।
इस दौरान उन्होंने दो दिनों के भीतर प्रतिकूल प्रविष्टि वापस कराने का आश्वासन दिया। वहीं कर्मचारी संघ के अध्यक्ष तत्काल प्रतिकूल प्रविष्टि वापस लेने की मांग को लेकर अड़े रहे। ऐसे में वार्ता विफल हो गई। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार तिवारी का कहना है कि प्रतिकूल प्रविष्टि का आदेश वापस होने तक कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन में मुख्य रूप से संघ के उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार पांडेय, महामंत्री यदुनाथ त्रिपाठी सहित अन्य लोग शामिल थे।