गैस पाइप लाइन के लिए अधिग्रहण की जमीन का मुआवजा न मिलने से नाराजगी
तहबरपुर गैस पाइप लाइन बिछाने के लिए अधिग्रहण की गयी जमीन का मुआवजा न मिलने से किसान खफा हैं और आन्दोलन की रणनीति बना रहे हैं।
आजमगढ़, जेएनएन। तहबरपुर गैस पाइप लाइन बिछाने के लिए अधिग्रहण की गयी जमीन का मुआवजा न मिलने से किसान खफा हैं और आन्दोलन की रणनीति बना रहे हैं। गुरुवार को ओरा गांव के किसानों ने प्रदर्शन कर आन्दोलन की चेतावनी दी। वाराणसी से गोरखपुर के लिए गैस पाइप लाइन विछायी जा रही है। गैस पाइप लाइन क्षेत्र के सोढरी, रघुनाथपुर, भूइधरपुर, रैसिंगपुर, कोठियार, ओरा, भीतरी, गौरा, अमिलाई आदि गांवों से होकर जा रही है। किसानों की एक जरीब की चौड़ाई मे जमीन अधिग्रहण की गयी है। किंतु अभी तक उनको मुआवजा नहीं मिला है। जमीन के बगैर बैनामा कराये गैस पाइप बिछायी जा रही है। ग्रामीणों की शिकायत है कि कंपनी के अधिकारी अभी तक कोई शेड्यूल नहीं बताये और जमीन का मुआवजा तो दूर आज तक तीन फसलों का मुआवजा भी नहीं मिला। उल्टे प्रशासन बल पूर्वक जमीन लेने की धमकी दे रहा है।
भाकपा माले के नेतृत्व में मुआवजा न मिलने से खिन्न ओरा गांव के किसानों ने गुरुवार को खनन स्थल पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि जब तक जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंच कर किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं करते तब तक हम अपनी जमीन नहीं देंगे। उन्होंने गैस पाइप लाइन बिछाने के लिए अधिग्रहण की जाने वाली जमीन का उचित मुआवजा दिलाये जाने की मांग की। चेतावनी दी कि अगर उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिलता है तो वे बड़े आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे। किसानों के विरोध के बाद मौके पर किसी अधिकारी व कर्मचारी के न पहुंचने पर कम्पनी के कर्मचारी वापस चले गए। विरोध प्रदर्शन करने वालों मे रामजीत, कोमल यादव, हरिचरन, मुन्शीराम, राजेन्द्र, बुधिराम, शैलेश राय, यमुना प्रसाद सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।