मुगलसराय मंडल का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय करने के लिए रेल मंत्रालय को भेजा प्रस्ताव
मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने के बाद अब मुगलसराय मंडल का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय करने का कवायद शुरू कर दी गई है।
चंदौली, जेएनएन। मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने के बाद अब मुगलसराय मंडल का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय करने का कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर रेल मंत्रालय को भेज दिया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों की गति को बढ़ाया गया है। मुगलसराय मंडल देश का पहला मंडल है जो शत प्रतिशत विद्युतीकृत हो चुका है और जल्द ही पूर्व मध्य रेल को पूरी तरह से विद्युतीकृत करने के लिए संभव कदम उठाया जाएगा।
शुक्रवार को वार्षिक निरीक्षण पर आए पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के महाप्रबंधक एलसी त्रिवेदी ने डीआरएम सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में बोले। कहा कि भारतीय रेल की सबसे महत्वपूर्ण ग्रैंड कार्ड रेलखंड पर सभी ट्रेनों का परिचालन 120 किमी घंटा की गति से किया जा रहा है। इसे बढ़ाकर 160 किमी घंटा करने का लक्ष्य है। पिछले वर्ष ग्रैंड कार्ड रेलखंड पर स्थित सोन ब्रिज पर तीसरी लाइन से होकर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया गया है जिससे इस खंड पर ट्रेनों के आवागमन में काफी सुधार हुआ है। इसी का परिणाम है कि आज देश सभी उपकेंद्रों को कोयले की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है और उनके पास कोयले क समुचित भंडार उपलब्ध है। बताया कि इस बार मुगलसराय मंडल को 60 करोड़ रुपये का स्क्रैप बेचने का लक्ष्य दिया गया है। अब 36 करोड़ का स्क्रैप बेचा जा चुका है।
नई ट्रेनों की मिलेगी सौगात
भारतीय रेलवे में शीघ्र ही 150 प्राइवेट ट्रेनों की सौगात मिलने की उम्मीद है। इसके लिए 25 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। नई ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के बाद यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। आए दिन यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसी को देखते हुए नई ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा पैसेंजर ट्रेनों को मेमू में परिवर्तित किया जाएगा और कई ट्रेनों के कोच को एलएचबी कोच लगाया गया है।
बारिश से पहले पूरा होगा फ्रेड कारीडोर का कार्य
पीडीडीयू जंक्शन से चिरौला स्टेशन तक शीघ्र ही फ्रेड कारीडोर का काम पूर्ण हो जाएगा। इस लाइन पर बरसात से पहले ही परिचालन शुरू होगा। मालवाहक गाडिय़ों के चलने से राजस्व में बढ़ोत्तरी होगी और यात्री ट्रेनों को समय से चलाया जाएगा।
गया में तीर्थ यात्रियों के लिए बना होटल
गया में बौद्ध स्थल पर जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे ने एक भव्य होटल का निर्माण करवाया है ताकि श्रद्धालुओं को इधर उधर भटकना न पड़े। विदित हो कि बौद्ध स्थल पर देश विदेश से श्रद्धालु आते रहते हैं। श्रद्धालुओं को हो रही सुविधा को देखते हुए होटल का निर्माण कराया गया है। वहीं गया स्टेशन पर जाने पर के लिए दूसरा प्रवेश द्वार भी बना दिया गया है।
आठ तरह की होगी सिग्नल प्रणाली
ट्रेनों को सुरक्षित परिचालन के लिए अत्याधुनिक आठ तरह की सिग्नल प्रणाली बनाई गई। आरा से सासाराम तक आठ स्टेशनों पर सिग्नल प्रणाली लगा दी गई है। इस नई प्रणाली से दुर्घटनाओं में कमी आएगी।