बजट पर प्रतिक्रिया: काशी विद्यापीठ के प्रोफेसर अजीत कुमार बोले- देश के चतुर्मुखी विकास काे पूरा करने का प्रयास
इस बार का बजट आम आदमी के लिए खास साबित होता नजर आ रहा है। विकास की रफ्तार के साथ सुधारों पर फोकस किया गया है। वित्त मंत्री ने टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत दी है। नई टैक्स व्यवस्था में सात लाख तक की आय पर अब कोई टैक्स नहीं लगेगा।
वाराणसी, जागरण संवाददाता: इस बार का बजट आम आदमी के लिए खास साबित होता नजर आ रहा है। विकास की रफ्तार के साथ सुधारों पर फोकस किया गया है। वित्त मंत्री ने टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत दी है। नई टैक्स व्यवस्था में सात लाख तक की आय पर अब कोई टैक्स नहीं लगेगा। डिजिटल इंडिया को बढ़ाने के लिए बजट के अंतर्गत विशेष कदम उठाने का प्रावधान किया गया है जो तकनीकी क्षेत्र में भारत को दुनिया के अग्रणी देशों में स्थापित करेगा।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के वाणिज्य विभाग के प्रो. अजीत कुमार शुक्ल के मुताबिक, भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप को प्रारंभ करने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी, ऐसा इस बजट में प्रावधान किया गया है जिससे कृषि क्षेत्र में युवाओं को नए व्यवसाय खोलने में सहायता मिलेगी।
कौशल विकास योजना 4.0 की शुरुआत करने से युवक व युवतियों में कुशलता बढ़ाने में मदद मिलेगी। रेलवे के लिए पूंजीगत परिव्यय को बढ़ाकर 2.40 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है जो अब तक का सर्वाधिक आवंटन है। इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर बड़े ऐलान किए गए हैं। इससे पूंजीगत व्यय पर जोर दिया गया है। पर्यटन को लेकर बजट में विशेष प्रावधान करने से पर्यटन एवं यात्रा उद्योग का विकास एवं विस्तार होगा। इसके अंतर्गत वन डिस्टिक, वन प्रोडक्ट और हैंडीक्राफ्ट आइटम को बढ़ावा मिलेगा।
इसके अलावा, प्राथमिकताएं बजट में निश्चित किए गए हैं, जिसके द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था को सही रास्ते पर ले जाने का प्रयास किया जाएगा और इससे भारतीय अर्थव्यवस्था उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ेगी। निश्चित रूप से बजट स्वागत योग्य है और इससे भारत के चतुर्मुखी विकास को करने का पूरा प्रयास किया गया है।