मीरजापुर में परिचारक से अपनी हाजिरी लगवाने वाली प्रधानाचार्या निलंबित, बायोमीट्रिक मशीन से छेड़छाड़ का आरोप
राजकीय बालिका इंटर कालेज बरौंधा की प्रभारी प्रधानाचार्य ज्योति गोयल को विद्यालय में बायोमीट्रिक मशीन में अपनी आइडी पर परिचारक रामपोश की अंगुली फीड कराकर हाजिरी लगवाया। अपर शिक्षा निदेशक राजकीय केके गुप्ता ने प्रकरण में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : राजकीय बालिका इंटर कालेज बरौंधा की प्रभारी प्रधानाचार्य ज्योति गोयल को विद्यालय में बायोमीट्रिक मशीन में अपनी आइडी पर परिचारक रामपोश की अंगुली फीड कराकर हाजिरी लगवाया। अपर शिक्षा निदेशक राजकीय केके गुप्ता ने प्रकरण में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया। साथ ही अनुशासनिक कार्रवाई की संस्तुति की। उन्होंने मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक वाराणसी काे जांच की जिम्मेदारी दी है।
संयुक्त शिक्षा निदेशक कामताराम पाल ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक से तत्कालीन प्रभारी प्रधानाचार्य ज्योति गोयल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की थी। वहीं एक हाथ से अपनी तो दूसरे से प्रधानाचार्या की हाजिरी लगाने वाले परिचारक रामपोश को पहले ही जिला विद्यालय निरीक्षक अमरनाथ सिंह ने निलंबित कर दिया है। दैनिक जागरण ने 19 सितंबर के अंक में प्रथम पेज पर "मीरजापुर में एक हाथ से अपनी तो दूसरे से प्रधानाचार्य की हाजिरी लगाता था परिचारक'', खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
आकस्मिक अवकाश और अनुपस्थित रहने के दिनांक में भी उपस्थिति दर्ज है
राजकीय बालिका इंटर कालेज बरौंधा के प्रभारी प्रधानाचार्य राम प्रताप सिंह ने डीआइओएस से जांच की मांग की थी। उनका कहना था कि पूर्व प्रभारी प्रधानाचार्या ज्योति गोयल का माह जुलाई और अगस्त 2022 का बायोमीट्रिक उपस्थिति का अवलोकन तथा अगस्त माह की उपस्थिति पंजिका का मिलान करने पर ज्ञात हुआ कि इनके आकस्मिक अवकाश और अनुपस्थित रहने के दिनांक में भी उपस्थिति दर्ज है। आशंका जताया कि बायोमीट्रिक मशीन में छेड़छाड़ की गई है।
विद्यालय में बीते 10 जुलाई के आसपास बायोमीट्रिक मशीन लगाई गई थी
संयुक्त शिक्षा निदेशक कामता राम पाल ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए एडी बेसिक विंध्याचल मंडल डा. फतेह बहादुर सिंह और प्रधानाचार्य जीआइसी राज कुमार दीक्षित से प्रकरण की जांच कराई और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की। वहीं तत्कालीन प्रभारी प्रधानाचार्य ज्योति गोयल का कहना है कि विद्यालय में बीते 10 जुलाई के आसपास बायोमीट्रिक मशीन लगाई गई थी।
इसके बाद प्रभारी प्रधानाचार्य राम प्रताप सिंह ने छह अगस्त को प्रभार लिया। बीते 25 अगस्त से वह अवकाश पर थी। अपने कार्यकाल में बायोमीट्रिक हाजिरी के बाद से वेतन आहरण भी नहीं कराया है। इसके चलते उन्हें जानकारी नहीं हुई। तकनीकी खामी के चलते हो सकता है। सीसी टीवी कैमरे से स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।