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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा - "राजनीतिक स्‍वार्थ में डूबकर कुछ लोग सेल्‍फ गोल कर रहे हैं"

प्रधानमंत्री ने गुरुवार दोपहर एक बजे के बाद निशुल्क अन्न वितरण योजना अन्नोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी की एक लाभार्थी से सीधा संवाद किया। इस दौरान वाराणसी सहित कई जगहों पर लाभार्थियों ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपने अनुभव साझा किए।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 05 Aug 2021 02:24 PM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 02:30 PM (IST)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा - "राजनीतिक स्‍वार्थ में डूबकर कुछ लोग सेल्‍फ गोल कर रहे हैं"
प्रधानमंत्री ने गुरुवार दोपहर एक बजे के बाद नि:शुल्क अन्न वितरण योजना अन्नोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की।

वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार की दोपहर एक बजे के बाद नि:शुल्क अन्न वितरण योजना अन्नोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी की एक लाभार्थी से सीधा संवाद किया। इस दौरान वाराणसी सहित कई जगहों पर लाभार्थियों ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपने अनुभव साझा किए।  संवाद के दौरान योजना के लाभ और उनके अनुभवों से पीएम नरेंद्र मोदी भी अवगत हुए।

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पीएम ने जनता को संबोधित करते हुए सरकार के प्रयासों से अवगत कराया। इस दौरान पीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पांच अगस्‍त को कश्‍मीर का भारत में कानूनी विलय और राम मंदिर के साथ ही हाॅकी को लेकर भी अपना अनुभव साझा किया। कहा कि यूपी के 15 करोड़ लोगों के लिए पुण्‍य आयोजन हो रहा है। अनाज साल भर से अधिक समय से लोगों को मुफ्त मिल रहा है। आप सभी के दर्शन का आज मौका मिला है। एक ओर हमारा देश हमारे युवा भारत के लिए नई सिद्धियां प्राप्‍त कर रहे हैं। गोल के बाद गोल कर रहे हैं। वहीं देश में ऐसे भी हैं जो राजनीति स्‍वार्थ में डूबकर सेल्‍फ गोल कर रहे हैं।

देश क्‍या चाहता है, क्‍या हासिल करता है कैसे बदल रहा है इससे राजनी‍ति करने वालों का कोई सरोकार नहीं। देश का समय और भावना दोनों को आहत कर रहे हैं। संसद का, जनभावनाओं का अपमान कर रहे हैं। मानवता पर आए सबसे बड़े संकट से बाहर निकलने के लिए जी जान से जुटा है। यह लोग कैसे काम रोका जाए इस होड़ में जुटे हैं। महान देश महान जनता ऐसी स्‍वार्थ और राजनीति का बंधक नहीं बन सकता। विकास रोकने की कोशिश कर लें इससे रुकने वाला नहीं है। 130 करोड़ की जनता हर कठिनाई को चुनौती देकर हर मोर्चे पर आगे बढ़ रहा है। देश नए कीर्तिमान स्‍थापित कर रहा था तो कुछ लोग संसद रोकने में लगे थे।

जो कीर्तिमान देख रहे हैं वह सामर्थ्‍य अब नजर आता है। ओलंपिक को पूरा देश उत्‍साह से देख रहा है। देश कोरोना टीकाकरण के पचास करोड़ के करीब आ पहुंचा है। जुलाई में जीएसटी संकलन और निर्यात ऊंचाई छू रहे हैं। एक साल सोलह करोड जीएसटी कलेक्‍शन हुआ है। आजादी के बाद पहली बार एक महीने में ढाई लाख करोड़ को निर्यात पार कर गया है। कृषि निर्यात में दशकों बाद टॉप टेन में नाम आया है। मेक इन इंडिया के तहत भारत का गौरव विमान वाहक पोत विक्रांत समुंदर में ट्रायल शुरू कर चुका है। हर चुनौती को चुनौती देते हुए लद्दाख में मोटरेबल रोड का निर्माण पूरा किया है। ई रुपी लांच किया है जो डिजिटल इंडिया को मजबूती देगा। लोग अपने पद के लिए परेशान हैं। अब भारत को रोक नहीं सकते है। भारत पद नहीं पदक जीत कर दुनिया में छा रहा है। नए भारत में परिवार नहीं परिश्रम से तय होगा। आज भारत का युवा कह रहा है भारत चल पड़ा है। भारत का युवा चल पड़ा है।

सीएम और उनकी सरकार ने जो कार्यक्रम रखा महत्‍वपूर्ण है। गरीब के घर में राशन पहुंचाना जरूरी है। सौ साल का संकट महामारी नहीं कई मोर्चों पर देश और दुनिया में अरबों की आबादी और मानव जाति को चपेट में लिया है। अतीत में अनुभव किया है। पहले तमाम व्‍यवस्‍थाएं चरमरा जाती थीं। लोगों का विश्‍वास डिग जाता था। आज भारत का प्रत्‍येक नागरिक पूरी ताकत से महामारी का सामना कर रहा है। मेडिकल और टीकाकरण अभियान या भुखमरी से बचाने का सबसे बड़ा अभियान हो। महामारी के संकट के बीच भारत ने रोजगार निर्माण करने और मेगा इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को रुकने नहीं दिया। यूपी और यूपी के लोगों ने कंधे से कंधा मिलाकर चलने का काम किया।हाइवे फ्रेट और डिफेंस कारीडोर इसका उदाहरण है।

संकट के बावजूद देश राशन से लेकर दूसरे खाने पीने के सामान के कीमतों पर तूफान है। हमें मालूम है कि बाढ़ आ जाए तो दूध सब्‍जी के भाव बढ़ते हैं। लेकिन मैं विश्‍वास दिलाता हूं कि नियंत्रण संभव होगा। कोरोना काल में भी खेती और इससे जुड़े कामों को रुकने नहीं दिया गया। खाद और बीज के साथ उपज बेचने का प्रबंध किया गया। किसानों का रिकार्ड उत्‍पादन और एमएसपी पर खरीद में हर साल रिकार्ड बने हैं। यूपी में इस साल धान गेहूं खरीद में दोगुना एमएसपी का लाभ मिला है। 13 लाख परिवारों को उपज का 24 हजार करोड़ रुपये उनके बैंक एकाउंट में गया है। केंद्र राज्‍य की डबल इंजन सरकार जनता के लिए प्रयास रत है।

गरीबों को सुविधा देना इसके बाद भी मंद नहीं पड़ा। 17 लाख से अधिक गरीब परिवारों को पक्‍के घर स्‍वीकृत हो चुके हैं। लाखों को घर में शौचालय मिला है। डेढ करोड़ परिवारों को उज्‍जवला और लाखों को बिजली कनेक्‍शन मिले। हर घर जल मिशन भी बढ़ रहा है। यूपी में 27 लाख ग्रामीणों तक पानी पहुंच चुका है। पीएम स्‍वनिधि योजना उदाहरण है। कोरोना से प्रभावित रेहडी पटरी ठेला वालों की आजीविका फ‍िर से पटरी पर आए इसलिए बैंकों से जोडा है। यूपी के दस लाख को लाभ की प्रक्रिया शुरू हुई है।

यूपी को हमेशा  राजनीति के चश्‍मे से देखा गया। यह प्रदेश विकास में भूमिका निभा सकता है कभी चर्चा नहीं हुई। लोगों ने कभी नहीं सोचा कि भारत की समृद्धि का रास्‍ता भी यूपी से होकर गुजरता है। इन लोगों ने यूपी को राजनीति का केंद्र बनाए रखा। यूपी को इस्‍तेमाल किया गया। आर्थिक प्रगति से नहीं जोड़ा। कुछ परिवार जरूर आगे बढ़े, इन्‍होंने यूपी नहीं खुद को समृद्ध किया। आज यूपी ऐसे लोगों के कुचक्र से आगे बढ़ रहा है। यूपी के सामर्थ्‍य को देखने का नजरिया बदला है। यूपी विकास का पावर हाउस बन सकता है। पहली बार सामान्‍य लोगों के सपनों की बात हो रही है। अपराधियों में भय का माहौल पैदा हुआ है। गरीबों को सताने डराने धमकाने और कब्‍जा करने वालों के मन में डर पैदा हुआ है। भाई भतीजावाज में बदलाव हुआ है।

यूपी में जनता के हिस्‍से का एक-एक पैसा जनता के खातों में जाए। यूपी निवेश का केंद्र बन रहा है। कंपनियां आ रही हैं। मेगा परियोजनाएं बन रही हैं। रोजगार के अवसर बन रहे हैं। यूपी के परिश्रमी लोग वैभवशाली भारत के निर्माण का आधार है। आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। यह आने वाले 25 वर्षों के लिए संक‍ल्‍पों का अवसर है। बहुत बड़ी जिम्‍मेदारी है। यूपी जो हासिल नहीं कर सका वह बारी आई है। यूपी के सात दशकों में जो कमी रह गई उसकी भरपाई का दशक है। यूपी के युवाओं-बेटियों, पिछड़ो, दलितों और वंचितों को अवसर दिए बिना पूरा नहीं हो सकता। पहले शिक्षा के फैसले यूपी लाभार्थी होने जा रहा है। इंजीनियरिंग और तकनीकी शिक्षा से यूपी के गांव और गरीब भाषा की समस्‍या से वंचित था अब हिंदी सहित भारतीय भाषाओं में इंजनीयरिंग की पढाई शुरू होने जा रही है। अनेक राज्‍यों ने लागू करना शुरू कर दिया है।

मेडिकल शिक्षा में अखिल भारतीय कोटे से ओबीसी को बाहर रखा गया था। हाल में सरकार ने इसमें ओबीसी को 27 फीसद आरक्षण दिया। सामान्‍य वर्ग के गरीबों को भी 10 फीसद आरक्षण दिया जा रहा है। गरीबों को मेडिकल में मौका मिलेगा और हर वर्ग को बेहतर करने का मौका मिलेगा। हेल्‍थ सेक्‍टर में काम खूब हुआ है। पहले सूबे में  सर्दी, बुखार, हैजा तक पर इलाज का संकट था अब यूपी कोरोना टीकाकरण सवा पांच करोड़ के करीब पहुंच चुका है। जब राजनीतिक लोगों द्वार झूठ फैलाया गया। जनता ने इसे नकार दिया। यूपी में सबको वैक्‍सीन फ्री वैक्‍सीन को और बढ़ाया जाएगा। मास्‍क दो गज की दूरी में ढील नहीं आने देगा। पीएम गरीब अन्‍न योजना के लाभार्थियों को बधाई। त्‍योहारों में गरीबों को दीवाली तक मुूफ्त राशन चालू रहेगा। आने वाले त्‍योहारों के लिए शुभकामना।


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