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वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने की 'आयुष्‍मान भारत हेल्‍थ इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर मिशन' की शुरुआत

पीएम ने काशी से सोमवार को प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना की लांचिंग की। वाराणसी के मेंहदुगंज में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े देश के सभी प्रोफेसर डाक्टर नर्स पैरा मेडिकल स्टाफ जिला अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी आदि से यह योजना जुड़ी है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 03:09 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 03:09 PM (IST)
वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने की 'आयुष्‍मान भारत हेल्‍थ इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर मिशन' की शुरुआत
आध्यात्म नगरी काशी से सोमवार को प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना की लांचिंग की।

वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्‍तव]। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आध्यात्म नगरी काशी से सोमवार को प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना की लांचिंग की। वाराणसी के मेंहदुगंज में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े देश के सभी प्रोफेसर, डाक्टर, नर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ, जिला अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी आदि सभी से यह योजना जुड़ी है। वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 64 हजार करोड़ रुपये की मदद से 'आयुष्‍मान भारत हेल्‍थ इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर मिशन' की शुरुआत की तो देश को एक मेगा हेल्‍थ इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर परियोजना और मिल गई।

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पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान कोरोना को लेकर कहा कि देश ने 100 करोड़ कोविड के डोज के पड़ाव को पूरा किया है। यह बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद, मां गंगा के अविरल प्राप्‍त हो पाया है। उन्हीं के आशीर्वाद से टीकाकरण अभियान आगे बढ़ा है। प्रदेश के करोड़ों गरीबों, दलीतों, शोषितों व अन्य सभी वर्गों को मेडिकल कालेज बनने से लाभ मिलेगा। लोगों को इलाज के लिए बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

पीएम ने कहा कि काशी में तो शिव व शक्ति साक्षात निवास करते हैं। ज्ञान का भंडार काशी कष्ट व क्लेश से दूर करती है। बीमारियों, कष्टों से दूर करने के लिए काशी से शुरूआत हुई है। इससे बेहतर और क्या हो सकती है। दो बड़े कार्यक्रम में एक भारत सरकार का पूरे भारते के लिए 64 हजार करोड़ की प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना लांच हो रही है। यह महादेव का आशीर्वाद है। जहां महादेव का आशीर्वाद है वहां कल्याण ही कल्याण व सफलता ही है। कष्टों की मुक्ति भी बहुत स्वभाविक है। यूपी सहित पूरे देश के हेल्थ सेक्टर को मजबूत करने व महामारी से बचाव के लिए गांव व ब्लाक स्तर पर आत्मनिर्भर बनाने के लिए 64 हजार करोड़ प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना को राष्ट्र को समर्पित करने का मौका मिला है। 

कहा कि 130 करोड़ देशवासियों को, कोने-कोने के लोगों को, गांव-शहर सभी को बधाई। भाई और बहनों, हर कर्म का मूल्य आरोग्य को माना गया है। आजादी के बाद आरोग्य, स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं पर उतना ध्यान नहीं दिया गया। जितनी जरूरत थी। जिनकी अधिक समय तक सरकार रही हेल्थ सेक्टर के विकास के बजाय सुविधाओं से वंचित रखा। गांव-ब्लाक में स्वास्थ्य की सुविधा नहीं। दवा, डाक्टर, जांच, गुणवत्ता, सर्जरी की सुविधा आदि की कोई सुविधा नहीं थी। बड़े अस्पताल में भागना पड़ता था। मरीज व परिजन बीमारियों से परेशान रहता था। गंभीर बीमारी से जूझता रहता था। गरीब पर अनावश्यक बोझ पड़ता था। गरीब व मीडिल क्लास के लोगों को चिंता रहता था। यह योजना इसी कमी को दूर कर समाधान करेगा। भविष्य में किसी भी महामारी से निपटने के लिए हेल्थ सिस्टम तैयार किया जा रहा है। जांच कर तत्काल बीमारी पकड़ी जाए की कोशिश है। हर गांव क्रिटिकल नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है। जिन राज्यों में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है उनपर भी फोकस किया जा रहा है। खासकर उत्तराखंड व हिमाचल पर।

डायग्लोनिस के लिए गांवों व शहरों में हेल्थ व वेलनेस सेंटर खोले जा रहा है। इनमें तत्काल जांच, उपचार सारी सुविधाएं फ्री। समय पर बीमारी का पता चलेगा तो गंभीर नहीं बनेगी। 600 अधिक जिलों में क्रिटिकल केयर से जुड़े 35000 बेड तैयार होंगै। 125 जिलों में रेफरल की सुविधा दी जाएगी। 12 केंद्रीय अस्पतालों में भी सुविधा बढ़ेगी। राज्यों में सर्जरी से जुड़े 24 घंटे चलने वाले 15 सर्जरी सेंटर खुलेंगे। टेस्टिंग से जांच व निगरानी के लिए जरूरी ढांचा का विकास होगा। देश के 730 जिलों में पब्लिक हेल्थ, पांच रिजिनल सेंटर कंट्रोल, 15 बीएसएल लैब सशक्त करेगी। 

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने पेश की रूपरेखा : केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मनसुख मांडविया ने जनसभा को संबोधित किया। बताया कि देश में पीएम की पहल से स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है। खेलो इंडिया, फ‍िट इंडिया, स्‍वच्‍छ भारत आदि के जरिए देश के हित में स्‍वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी। राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन के तहत स्‍वास्‍थ्‍य परियोजनाओं के अलावा मेडिकल कालेज की संकल्‍पना की रूपरेखा भी पेश की। बीमारी के लिए खर्च को कम करने के लिए सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। बताया कि देश के 50 करोड़ लोगों के लिए आयुष्‍मान भारत योजना में लोगों को इलाज की सुविधा मिल रही है। देश में 22 नए एम्‍स बन रहे हैं, स्‍वास्‍थ्‍य सेवा के लिए आयुष्‍मान हेल्‍थ इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर मिशन की शुरुआत कर रहे हैं। इसमें 64 हजार करोड़ रुपये के प्राविधान के तहत हर जिले को 90-100 करोड़ रुपये स्‍वास्‍थ्‍य के लिए मिल रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा रिमोट से दोपहर 1.30 बजे आयुष्‍मान भारत हेल्‍थ इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर मिशन की शुरुआत की गई तो इस मौके पर एक डाक्‍यूमेंट्री के जरिए स्‍वास्‍थ्‍य परियोजना का खाका भी पेश किया गया।


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