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लग्न नहीं होने से दूध का भाव गिरा, वाराणसी की मंडियों में आवक ज्‍यादा और ग्राहक कम

लग्न नहीं होने से दूध का भाव जमीन पर आ गया है। वाराणसी के दूधिए अपनी लागत नहीं निकाल पा रहे हैं। हालत यह है कि पानी के भाव में लोग दूध खरीद रहे हैं। पांडेयपुर भोजुवीर गोदौलिया दशाश्वमेध सहित अन्य दूध मंडियों में दूध की आवक हो रही है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Tue, 02 Mar 2021 12:01 PM (IST)
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वाराणी में दूधियों को खरीदार नहीं मिल रहे हैं।

वाराणसी, जेएनएन। लग्न नहीं होने से दूध का भाव जमीन पर आ गया है। दूधिए अपनी लागत नहीं निकाल पा रहे हैं। हालत यह है कि पानी के भाव में लोग दूध खरीद रहे हैं। शहर के पांडेयपुर, भोजुवीर, गोदौलिया, दशाश्वमेध सहित अन्य दूध मंडियों में भरपूर दूध की आवक हो रही है। दूधियों को खरीदार नहीं मिल रहे हैं। वर्तमान में मंडी में दूध का भाव 20 रुपये प्रति लीटर चल रहा है।

पनीर का भाव भी उतरा

दूध के दाम उतरते ही अन्य पदार्थों के भाव में भी नरमी दिखाई दे रही है। पनीर जहां 250-300 रुपये प्रति किलो के भाव बिक रहा था। वह अब 180-200 रुपये प्रति किलो के भाव बिक रहा है।

दही के भाव यथावत

दूध के दाम उतरने के बाद भी दही का भाव यथावत है। दही का भाव भी इस समय 80 से 100 रुपए है।

रबड़ी और मलाई के भाव में 20 फीसद की कमी

दूध के भाव उतरते ही दूध से निर्मित अन्य वस्तुओं के भाव में कमी आयी है। बात रबड़ी और मलाई की करें तो दोनों के भाव में लगभग 20 फीसद की कमी आई है। पहले रबड़ी 300 रुपये प्रति किलो के भाव थी जो अब 240 रुपये के भाव बिक रही है। वहीं मलाई का भाव पहले 500 से 600 रुपए प्रति किलो चल रहा था जो अब 450 से 480 रुपये के भाव चल रहा है।

2 रुपये कम हुआ रसगुल्ला का रेट

दूध के दाम उतरते ही रसगुल्ले का रेट भी कम हो गया है। पहले जहां रसगुल्ला 14 रुपये प्रति पीस था वह अब 12 रुपये प्रति पीस के भाव बिक रहा है।

आठ मंडियों से निकलता है 50 हजार लीटर दूध

रामनगर दूध मंडी, लंका दूध मंडी, गोदौलिया दूध मंडी, विशेश्वरगंज, पांडेयपुर, पंचकोशी, डीएलडब्ल्यू सहित इंग्लिशिया लाइन दूध मंडियों से रोजाना 50 हजार लीटर दूध की खपत मानी गई है। लगन सीजन में लीटर का आंकड़ा 40 हजार से पहुंचकर 50 हजार तक भी पहुंच जाता है।