इंडिया कारपेट एक्सपो 2022 में नई डिजाइन से मेहमानों को लुभाने की तैयारी, मेला में आएंगे कई युवा निर्यातक
इंडिया कारपेट एक्सपो-22 मील का पत्थर साबित हो सकता है। अधिक खर्च के कारण दिल्ली व वाराणसी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कालीन मेलों में भागीदारी से वंचित निर्यातकों ने भदोही में 15 अक्टूबर से होने वाले कालीन मेले में स्टाल बुक कराया है।
जागरण संवाददाता, भदोही : उपयुक्त मंच की तलाश में लंबे समय से भटक रहे छोटे व मझोले कालीन उद्यमियों के लिए इंडिया कारपेट एक्सपो-22 मील का पत्थर साबित हो सकता है। अधिक खर्च के कारण दिल्ली व वाराणसी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कालीन मेलों में भागीदारी से वंचित निर्यातकों ने भदोही में 15 अक्टूबर से होने वाले कालीन मेले में स्टाल बुक कराया है।
विशेषकर युवा निर्यातकों में मेले को लेकर व्यापक उत्साह है। उत्पादों के प्रदर्शन का अवसर पाने वाले निर्यातकों ने नई नई व आकर्षक डिजाइनों में सेंपल तैयार कराए हैं। निर्यातकों का मानना है कि दो चार आयातकों को उनके सेंपल पसंद आ गए तो व्यवसाय को गति मिलने में देर नहीं लगेगी। यही कारण है कि युवा निर्यातकों को आयोजन का बेसब्री से इंतजार है।
स्थानीय निर्यातकों के लिए भदोही के मेले में भागीदारी करना आसान है
दिल्ली व वाराणसी में आयोजित होने वाले इंडिया कारपेट एक्सपो के मुकाबले स्थानीय निर्यातकों के लिए भदोही के मेले में भागीदारी करना आसान है। विशेषकर दिल्ली के फेयर में स्टाल किराया, होटल खर्च, ट्रांसपोटेशन खर्च, आने जाने का किराया आदि मिलाकर दस से 15 लाख रुपये खर्च होते हैं।
कमोबेश वाराणसी में आयोजन होने पर इतना ही खर्च होता है। पहली बार भदोही में होने वाले मेले में सिर्फ स्टाल किराया देना पड़ेगा। बाकी होटल खर्च, किराया सहित अन्य खर्चो की बचत हो रही है। ऐसे में दो से पांच लाख खर्च आ रहा है। इससे मझोले व मध्यम वर्ग के उद्यमियों को राहत मिल गई है।
निर्यातकों के लिए भदोही में कालीन मेले में भागीदारी करना आसान है। यहां सिर्फ स्टाल का किराया अदा करना है। जबकि दिल्ली, वाराणसी में खर्च दो से तीन गुना हो जाता है। यही कारण है कि मेले में भागीदारी को लेकर लोगों में उत्साह है। उम्मीद है व्यवसाय की दृष्टि से मेला सफल होगा।
- तौसीफ अंसारी, युवा निर्यातक, भदोही
पहली बार अपने घर में आयोजन हो रहा है
पहले भी इंडिया कारपेट एक्सपो में भागीदारी कर चुके हैं लेकिन भदोही में आयोजित होने वाले मेले की बात ही अलग है। पहली बार अपने घर में आयोजन हो रहा है। आयातकों को प्रभावित करने के लिए कुछ अलग हटकर सैंपलिंग कराई गई है। उम्मीद है कि विदेशी मेहमानों को पसंद आएगी।
-17 अवधेश जायसवाल, युवा निर्यातक, जंगीगंज