30 सेकेंड में तैयारी फिर भी फायर ब्रिगेड की लाचारी
वाराणसी : एक तो सूचना मिलने में देरी ऊपर से काशी का जाम फायर ब्रिगेड की राह में बाधा बन रहा है।
वाराणसी : एक तो सूचना मिलने में देरी ऊपर से काशी का जाम फायर ब्रिगेड की राह में बाधा बन गया है। शहर में जाम की स्थिति से फायर ब्रिगेड त्रस्त है। यही कारण है कि आग लगने वाले घटनास्थल पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां देरी से पहुंचती हैं। फायर अफसरों का मानना है कि सूचना के 30 सेकेंड के अंदर दमकलकर्मी घटना स्थल के लिए रवाना हो जाते हैं, मगर जाम में फंसने के चलते मौके पर पहुंचने में देर होती है।
चेतगंज में फायर विभाग के कंट्रोल रूम की घंटी बजते ही दमकलकर्मी सक्रिय हो जाते हैं। इसके बाद उनकी गाड़ियां काशी के जाम में फंस जाती हैं। जिसके कारण कभी-कभी घंटों जाम से जूझना पड़ता है। हैरानी की बात यह है कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का हूटर सुनने के बाद साइकिल, रिक्शा व ऑटो वाले किनारे नहीं हटते हैं। दमकलकर्मियों का कहना है कि चेतगंज से निकलते ही महिला विद्यालय के गेट पर जाम मिलता है। इसके बाद शहर के सभी चौराहों पर ऑटो-रिक्शा के साथ अवैध कब्जेदारों के बीच फंसना पड़ता है। सुगम यातायात मिले तो घटनास्थल पर पहुंचने में आसानी होगी।
- खुले आसमान में खड़ी एंबुलेंस
फायर ब्रिगेड के परिसर में खुले आसमान के नीचे कई एंबुलेंस धूल फांक रही हैं। उनका रखरखाव ठीक से नहीं होता। यही नहीं विभाग एंबुलेंस का उपयोग भी नहीं करता।
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रेस्क्यू कर पांच को बचाया
फायर ब्रिगेड में कुल 17 रेस्क्यू कॉल आई, जिसमें 16 सही और एक फाल्स निकली। रेस्क्यू में बहादुरी दिखाते हुए दमकलकर्मियों ने पांच व्यक्तियों व आठ पशुओं को बचाया। हालांकि, इस दौरान एक पशु की जान नहीं बचाई जा सकी। ------------
स्टॉप का भी अभाव
फायर ब्रिगेड में दो अग्निशमन अधिकारी, 10 अग्निशमन द्वितीय अधिकारी, छह लीडिंग फायर मैन, तीन फायर सर्विस चालक व 12 फायरमैन की कमी है। इसके अलावा तीन सफाई कर्मी, एसआइएम स्टेनो एक व चार एएसआइएम की कमी है।
फायर कॉल
कुल अग्निकांड - 121
सही अग्निकांड - 116
फाल्स अग्निकांड - 5
जोखिम संपत्ति-19972000
क्षति संपत्ति-28528900
बचाई गई संपत्ति-17099100
जिंदा बचे मनुष्य-34
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