सोनभद्र में नरसंहार : चौदह घंटे के बाद गुस्से व गम के बीच दफन हुए सभी शव Sonbhadra news
मूर्तिया ग्राम पंचायत के उभ्भा गांव में बुधवार की दोपहर में भूमि पर कब्जे को लेकर हुए खूनी संघर्ष में दस लोगों की हत्या के बाद रात भर शवों का पोस्टमार्टम किया गया।
सोनभद्र, जेएनएन। घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा गांव में गुरुवार हुए नरसंहार में मारे गए दसों महिला पुरुष ग्रामीणों का शव गुरुवार की शाम गम और गुस्से के बीच दफन किया गया। इस बीच जिला अस्पताल यानि पोस्टमार्टम हाउस, कलेक्ट्रेट व उभ्भा गांव पुलिस की छावनी के रूप में तब्दील रहा। इस दौरान प्रशासन व ग्रामीणों के बीच कई बार झड़प भी हुई। मामले में पुलिस ने 28 नामजद व 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 24 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दो असलहा भी बरामद हुआ है। भूमि विवाद के कारण हुए इस नरसंहार की वजह से पूरे दिन तनावपूर्ण स्थिति बनी रही।
उभ्भा गांव में बुधवार को ग्राम प्रधान यज्ञदत्त अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ विवादित जमीन को कब्जा करने के लिए पहुंचा था। वहां जब गांव के आदिवासियों ने विरोध किया तो फायङ्क्षरग शुरू करा दी। ताबड़तोड़ फायरिंग में दस लोगों की जान चली गई और 25 लोग घायल हो गए। घटना के बाद बुधवार की रात में ही मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया। गुरुवार की सुबह तक चले पोस्टमार्टम के बाद स्थिति तनावपूर्ण होते देख जिले के आला अधिकारियों के साथ ही एडीजी जोन वाराणसी बृजभूषण, डीआइजी विंध्याचल पीयूष श्रीवास्तव भी पहुंच गए। मृतकों के परिजनों से करीब नौ घंटे तक चली बातचीत के बाद दोपहर दो बजे शवों को गांव ले जाया गया। इसके बाद वहां भी जिस भूमि को लेकर विवाद हुआ था उसमें दफनाने को लेकर विवाद हुआ लेकिन प्रशासन ने नहीं माना। इस दौरान अंत में कड़ी सुरक्षा के बीच जेसीबी से गड्ढा खोदवाकर सभी शवों को गांव से तीन किमी दूर नदी के किनारे दफन किया गया। इसके पहले ग्रामीणों नें अपनी मांग रखते हुए जमीन पर पट्टा दिलाने की मांग की। गांव में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पूरे दिन पुलिस, पीएसी के जवान तैनात रहे।
इनका शव हुआ दफन
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मूर्तिया ग्राम पंचायत के उभ्भा गांव निवासी रामचंद्र पुत्र लालशाह, राजेश पुत्र गोविंद, अशोक पुत्र नन्हकू, रामधारी पुत्र हीराशाह, सुखवंती पत्नी रामनाथ, जवाहिर पुत्री जयकरन, रामसुंदर पुत्र तेजा ङ्क्षसह, प्रभावती पत्नी नंदलाल, दुर्गावती पत्नी रंगीलाल, अशोक पुत्र हरिवंश का शव दफनाया गया।
28 नामजद, 50 अज्ञात पर दर्ज हुआ एफआइआर
घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा गांव में बुधवार को हुए नरसंहार के मामले में पुलिस ने 28 लोगों को नामजद किया है। जिसमें से 24 को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में 50 अज्ञात के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपितों के पास से दो असलहा भी बरामद हुआ है, शेष की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
पुलिस के मुताबिक भूमि विवाद को लेकर ग्राम प्रधान ने अपने कुछ समर्थकों के साथ मिलकर आदिवासियों पर हमला कर दिया। हमले में दस लोगों की जान चली गई और 25 लोग घायल हुए। घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लिया और डीजीपी को व्यक्ति रूप से मामले पर नजर रखने के लिए। साथ ही एडीजी जोन वाराणसी व मंडलायुक्त विंध्याचल मंडल को मामले की जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा। पुलिस अधीक्षक सलमानताज पाटिल ने बताया कि बुधवार की रात में ही इस मामले में 28 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। 50 अज्ञात पर भी विभिन्न धाराओं में एफआइआर किया गया है। आरोपितों में ग्राम प्रधान यज्ञदत्त, उसके भाई व अन्य शामिल हैं। उधर, सीओ अभिषेक सिंह ने बताया कि मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बाकी के लिए दबिश दी जा रही है।