भट्टी की ताप ने पूजा को दिलाया सोना, राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप अंडर-23 में गोल्ड मेडल varanasi news
पूजा ने महाराष्ट्र के सिरडी धाम में शनिवार को राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप अंडर-23 में 59 किलोग्राम भार वर्ग में उत्तर प्रदेश की ओर से खेलते हुए स्वर्ण पदक जीता।
वाराणसी, जेएनएन। जोश, जज्बा और जुनून हो तो सभी कमियां बौना लगने लगती हैं। जब पसीना पदक में बदल जाए तो कठिनाई भी छुमंतर हो जाती है। यही कर दिखाया है पूजा यादव ने। लोहता के समीप भट्टी गांव की रहने वाली पूजा ने महाराष्ट्र के सिरडी धाम में शनिवार को राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप अंडर-23 में 59 किलोग्राम भार वर्ग में उत्तर प्रदेश की ओर से खेलते हुए स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने फाइनल में दिल्ली की ममता को 8-0 से पराजित किया। कोच गोरख यादव ने बताया कि चीन में सब जूनियर एशिया कुश्ती चैंपियनशिप (2015) में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी पूजा बनारस की पहली महिला पहलवान बन गई जिससे राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में पदक जीता। हालांकि यह आसान नहीं था। पूजा की कड़ी मेहनत से उसे सफलता हासिल हुई है। डा. संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम सिगरा में कुश्ती का प्रशिक्षण लेने पूजा गांव से साइकिल से आती-जाती थीं। इस तरह उन्हें 16 किलोमीटर साइकिल चलाना होता था। कठिन परीक्षा के बल पर ही पूजा ने वह कर दिखाया है। वहीं इससे अन्य बेटियों को प्रेरणा लेने की भी जरूरत है। भट्टी गांव खेल की दुनिया में विलेज ऑफ जूडाको के नाम से मशहूर है। जापान तक की टेलीविजन कंपनी इस गांव पर टेली फिल्म बना चुकी है। यहां से अब तक दर्जनों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जूडो प्रतियोगिता में पदक जीत चुके हैं। रामआसरे यादव व जर्मन यादव इसी गांव से निकले हैं। कोच ने बताया कि बनारस की ही हिमांशी यादव ने 55 किलोग्राम भार वर्ग में रजत और डीरेका के सचिन गिरी ने 79 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक जीता।