आफताब संग अंतरधार्मिक विवाह के बाद जान देने वाली पूजा के शव को बेटे नक्ष ने दी मुखाग्नि
लखनऊ निवासी आफताब संग अंर्तधार्मिक विवाह के बाद शुक्रवार की देर रात फांसी के फंदे पर झूली पूजा पटेल का अंतिम संस्कार आखिरकार हिंदू रीति रिवाजाें के साथ ही संपन्न किया गया।
वाराणसी, जेएनएन। लखनऊ निवासी आफताब संग अंर्तधार्मिक विवाह के बाद शुक्रवार की देर रात फांसी के फंदे पर झूली पूजा पटेल का अंतिम संस्कार आखिरकार हिंदू रीति रिवाजाें के साथ ही संपन्न किया गया। पूजा पटेल के पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार हरिश्चंद्र घाट पर हिन्दू रीति-रिवाज से किया गया तो उसके परिजनों की आंखें छलछला आईं। इस दौरान घाट पर परिजनों संग बेटा आद्यन्त (नक्ष) भी मौजूद था और उसी ने अपनी मां को मुखाग्नि दी। परिजनों के अनुसार बेटी से भले ही मुस्लिम युवक से शादी की थी मगर मां ने बेटे का नाम हिंदू ही रखा और पालन पोषण संग संस्कार भ्ाी दिए।
बेटी के गम में मां के छलके आंसू
पूजा पटेल की मां ने रोते हुए दैनिक जागरण को बताया कि पूजा अक्सर बताती थी कि शादी के बाद सास उसे ताने देती रहती थी। आरोप लगाते हुए कहा कि सास कहती थी कि मुस्लिम धर्म में जब आ ही गयी हो तो रोजा भी रखा करो लेकिन उसने रोजा रखने से साफ इंकार कर दिया था, कहा था- 'जब मर्जी होगी तब मैं रोजा रखूंगी'।
पिता की तहरीर पर मुकदमा
पूजा पटेल के पिता शिव कुमार की तहरीर पर आखिरकार पुलिस ने पति समेत सास और दो ननदों के खिलाफ 498 A, 304 B आईपीसी, 3/4डीपीएस के अंतर्गत मुकदमा कायम कर लिया है। पुलिस के अनुसार विवाहित महिला को पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता के बर्ताव किए जाने और डराने या धमकाने से बचाने के साथ ही किसी स्त्री की मृत्यु किसी दाह या शारीरिक क्षति द्वारा कारित की जाती है या उसके विवाह के सात वर्ष के भीतर सामान्य मृत्यु के कुछ पूर्व उसके पति या परिजन किन्हीं कारणों से संलिप्त होते हैं तो उपरोक्त धाराओं में कार्रवाई की जाती है। हालांकि पुलिस जांच के दौरान अन्य पहलुओं को भी केंद्र में रखेगी।