अधिक पौधारोपण से ही कम होगा प्रदूषण, बोले वन व पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान
वृक्ष हमारे जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं। ये हमें प्राणवायु प्रदान करते हैं। इसलिए हमें अधिक से अधिक पौधे लगाना चाहिए।
आजमगढ़, जेएनएन। वन, पर्यावरण एवं जंतु उद्यान विभाग मंत्री दारा ङ्क्षसह चौहान ने 'आओ रोपें अच्छे पौधे' अभियान के अंततर्ग सर्किट हाउस कोटवा परिसर में आम सहित पांच पौधे लगाए। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वृक्षों की सुरक्षा करें। मंत्री ने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं। ये हमें प्राणवायु प्रदान करते हैं। इसलिए हमें अधिक से अधिक पौधे लगाना चाहिए। साथ ही लगाए गए पौधों का संरक्षण भी करना चाहिए।उन्होंने कहा कि मनुष्य के अस्तित्व के लिए आवश्यक शर्तों में से एक ऑक्सीजन है और यह पेड़ों से प्राप्त होता है। हम जितने अधिक पेड़ लगाते हैं, उतने ही अधिक ऑक्सीजन हम प्राप्त करते हैं। पेड़ न केवल कार्बन डाइआक्साइड को ग्रहण कर लेते हैं, बल्कि पर्यावरण से कार्बन मोनोऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड जैसी अन्य हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं। विभिन्न अन्य प्रदूषक भी पेड़ों द्वारा अवशोषित होते हैं। यह प्रक्रिया हवा को शुद्ध करती है और वातावरण को साफ रखती है। अधिक से अधिक पौधे लगाकर वातावरण में बढ़ते प्रदूषण को कम किया जा सकता है। डीएफओ संजय कुमार विश्वाल, उप प्रभागीय वनाधिकारी डा. विनय कुमार सिंह, क्षेत्रीय वनाधिकारी आजमगढ़, फूलपुर, महराजगंज सहित अन्य कर्मचारी थे।
पौधों की सुरक्षा के लिए होगी बांस-बल्लियों से घेरेबंदी
वन महोत्सव पर रोपित 42,88,330 पौधे की सुरक्षा के लिए वन विभाग गंभीर है। सरकारी विभागों को निर्देश है कि बांस-बल्लियों से पौधों की घेरेबंदी करें, ताकि उन्हें पशुओं की पहुंच से दूर रखा जा सके। एक माह के अंदर सभी रोपित पौधों की जीओ टैङ्क्षगग करने को कहा गया है। पर्यावरण संतुलन करने के लिए जिले में वन विभाग सहित अन्य विभागों को 42.88 लाख पौधारोपण का लक्ष्य सौंपा गया था। सरकारी विभागों ने अपनी रिपोर्ट में पौधारोपण के लक्ष्य को हासिल करने का दावा किया है। हालांकि अभी तक कई विभागों की स्थलवार पौधारोपण की रिपोर्ट नहीं आई है। चयनित तहबरपुर के अमिलाई में पांच एकड़ में किए गए पौधारोपण की सुरक्षा के लिए किनारे-किनारे गड्ढे खोदे जा रहे ताकि पशु पौधों को बर्बाद न कर सकें। प्रभारी डीएफओ संजय विश्वाल ने बताया कि रोपित किए गए सभी पौधों की सुरक्षा के लिए बांस-बल्लियों से घेरेबंदी की जा रही है। पौधारोपण की रिपोर्ट विभागवार मांगी गई है शीघ्र ही उपलब्ध हो जाएगी। सभी विभागों से एक माह के अंदर जीओ टैंगिग करने को कहा गया है।