गंगा में प्रदूषण कम होने से जलीय जीव जंतुओं की संख्या में हुई वृद्धि, राफ्टिंग टीम के सदस्यों ने साझा किए अनुभव
देव प्रयाग से गंगा में राफ्टिंग करती हुई विंग कमाडर परमवीर सिंह के नेतृत्व में 18 सदस्यीय टीम गुरुवार को असि घाट पर पहुंची।
वाराणसी, जेएनएन। देव प्रयाग से गंगा में राफ्टिंग करती हुई विंग कमाडर परमवीर सिंह के नेतृत्व में 18 सदस्यीय टीम गुरुवार को असि घाट पर पहुंची। गंगा प्रदूषण नियंत्रण के लिए जन जागरूकता को निकली यह टीम उत्साह से लबरेज थी। टीम के सदस्यों के नायक ने देव प्रयाग से लेकर काशी तक के अनुभवों को साझा करते हुए गंगा प्रदूषण नियंत्रण के बावत सकारात्मक परिणाम के बारे में सभी को जानकारी दी।
राफ्टिंग दल की हौसलाअफजाई के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्र मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि जन भागीदारी सुनिश्चित कर सबको गंगा से जोड़ना इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य है। गंगा एक्सपीडिशन- 2019 कार्यक्रम के तहत यह टीम 10 अक्टूबर को देव प्रयाग से रवाना हुई थी। गंगा में 2525 किमी राफ्टिंग करती यह टीम 12 नवंबर को गंगा सागर पहुंचेगी। टीम में लीडर विंग कमाडर परमवीर सिंह के अलावा एयर फोर्स के नौ एनडीआरएफ के आठ, डब्ल्यूआइआइ व आइआइटीआर के दो- दो विज्ञानी शामिल हैं। वैज्ञानिक गंगा जल का हर स्थान पर परीक्षण कर स्थानीय लोगों को प्रदूषण की स्थिति के बारे में अवगत करा रहे हैं। नेतृत्वकर्ता परमवीर सिंह ने बताया कि गंगा में प्रदूषण कम हुआ है। जलीय जीव जंतुओं की संख्या में वृद्धि हुई है। रास्ते में कई जगह डॉल्फिन का दिखाई पड़ना इसका द्योतक है। दल में स्क्वाडर्न लीडर दीप्ति, एनडीआरएफ के कमाडिंग ऑफिसर आरपी भारती, जितेंद्र सिंह यादव, हवलदार प्रीतम सिंह, कानाही सिंह, धर्मेंद्र कुमार, अफसर सिंह, अंकित कुमार, ओमवीर सिंह राणा आदि शामिल हैं। अस्सी घाट पर वन विभाग के एसडीओ चंद्र प्रकाश सिंह, संयुक्त प्रबंध निदेशक जल निगम संजय खत्री, वीडीए उपाध्यक्ष राहुल पाडेय ने दल की अगवानी की।