सोनभद्र नरसंहार : सियासत थमने का नहीं ले रही नाम, गम और गुस्से में डूबा उभ्भा गांव
घोरावल तहसील के उभ्भा गांव में 17 जुलाई को आदिवासियों की जमीन कब्जा करने को लेकर सामूहिक नरसंहार की तपिश थमने का नाम नहीं ले रही है।
सोनभद्र, जेएनएन। घोरावल तहसील के उभ्भा गांव में 17 जुलाई को आदिवासियों की जमीन कब्जा करने को लेकर सामूहिक नरसंहार की तपिश थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रियंका गांधी के धरना देने और पीडितों से मिलने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ भी अगले दिन लोगों से मिलने पहुंचे और राहत पहुंचाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया है। मगर समाजवादी पार्टी की ओर से भी अब उभ्भा गांव में जाने और पीडितों से मुलाकात को लेकर सियासी पारा मंगलवार को एक बार फिर सोनभद्र नरसंहार को लेकर चढ़ सकता है।
बरकरार है सियासी पारा
रविवार को समाजवादी पार्टी की ओर से '23 जुलाई सोनभद्र चलो' का एक पोस्टर दिन भर सोशल मीडिया में वायरल होता रहा। जिसमें समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा सोनभद्र पीडितों से मुलाकात की बात भी सामने आ रही है। वहीं रविवार को पहले से तय नेशनल कमीशन फार शिडयूल ट्राइब की एक केंद्रीय टीम का भी दौरा गांव में होना था मगर कतिपय कारणों से यह दौरा रद कर दिया गया है। इस मामले को भी लेकर दिन भर गांव में चर्चा होती रही।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर वारदात वाले दिन गोलियों से छलनी करने के बाद का वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में घटना के ठीक बाद गोलियों ने छलनी खेत में पडे हुए शव दिखाई दे रहे हैं जबकि घायल भी जिंदगी की जंग लड़ते और तड़पते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में लोगों के रोने चीखने और करुण क्रंदन के वीभत्स तस्वीरें भी हैं।